DGP कैसे बने? जाने योग्यता, उम्र, प्रक्रिया और सैलरी

हमारे समाज में जो युवा या युवती पुलिस अफसर की नौकरी में होते हैं, उन्हें काफी सम्मान दिया जाता है। प्रत्यक्ष रूप से देश की सेवा करने का सौभाग्य प्रत्येक को प्राप्त नहीं हो पाता है। अगर बात की जाए पुलिस डिपार्टमेंट की सबसे बड़े अफसर की, तो वह डीजीपी होता है। जिस पद को पाने की इच्छा अधिकांश लोगों के मन में होती है। आज हम आपको यहीं बताने वाले है कि DGP कैसे बनें, उससे जुड़ी पूरी जानकारी यहां देंगे। 

हालांकि, इस पद पर कोई सीधी नियुक्ति नहीं होती है, इसके लिए आपको एक लंबा सफर तय करना पड़ता है। अगर आपकी भी यहीं इच्छा है, तो आज से ही इसकी तैयारी में लग जाएं। इस लेख में हम आपको योग्यता, प्रक्रिया और सैलरी के बारे में विस्तार से बताने वाले है। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें और अपने टारगेट की ओर कदम बढ़ाएं। 

DGP क्या होता है?

DGP पुलिस डिपार्टमेंट का सबसे ऊंचा पद माना जाता है। DGP को हिंदी में पुलिस महानिदेशक कहा जाता है। प्रत्येक राज्य में एक डीजीपी या फिर डीजीपी के समान ही 4 पद होते हैं। लेकिन, DGP का पद पुलिस सर्विस में कार्यरत हर व्यक्ति को नहीं दे दिया जाता है। इस पद को पाने के लिए आपको सबसे पहले आईपीएस बनने की परीक्षा में सफलता हासिल करनी होती है। 

राज्य के पुलिस विभाग में डीजीपी का पद सबसे बड़ा होता है। राज्य की पुलिस व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी इनके ऊपर ही होती है। पुलिस विभाग में इस पोस्ट को एक कैबिनेट मंत्री के समान ही दर्जा प्राप्त होता है। किसी भी राज्य के डीजीपी को पुलिस हेड भी कहा जाता है। DGP का फुल फॉर्म DIRECTOR GENERAL OF POLICE होता है। 

DGP का क्या काम होता है?

अगर आपका सपना भी डीजीपी बनने का है, तो आपको इसकी ड्यूटी के बारे में भी पूरी जानकारी होनी चाहिए। यहां हम आपको बताएंगे कि इस पद के क्या क्या कार्य होते है, ताकि आप आने वाले समय के तैयार रहें। 

  • DGP का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य अपने राज्य में कानून व्यवस्था को अबाध्य रूप से व्यवस्थित रखना है। 
  • इन्हें अपने राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखना होता है। इसके अलावे कानूनी व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करना भी इनकी जिम्मेवारी होती है। यदि ऐसा नहीं हो रहा है, तो इसकी जांच भी करनी इनका दायित्व होता है। 
  • DGP जिस राज्य में कार्यरत होता है, वहां पर अपराध की दर को कम करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है। 
  • उन्हें हर जिले के अपराध के रिपोर्ट की जानकारी लेनी होती हैं। वह पुलिस कर्मियों को निर्देश देते है कि वह कैसे काम करें, ताकि जिलों में अपराधिक घटनाएं कम हो सके।
  • DGP अपने कार्य क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक पुलिस विभाग की नियमित रूप से निरीक्षण किया करते हैं। इससे वह सुनिश्चित करते है कि पुलिस विभाग में काम सही ढंग से हो रहा है या नहीं तथा वहां उनको संसाधन प्राप्ति में कोई कमी तो नहीं हो रही। 
  • डीजीपी अपने सभी अधिकारियों के साथ मिलकर के राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रत्येक कार्य को प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। 
  • इन्हें प्रत्येक वर्ष राज्य सरकार को राज्य के कानून व्यवस्था तथा राज्य में अपराध दर की रिपोर्ट प्रदान करनी होती है। 
  • इनके ऊपर ही पूरे राज्य के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी होती है। 

DGP बनने के लिए पात्रता

यदि आप DGP बनना चाहते हैं, तो इस बारे में भी जानना जरूरी है कि DGP बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए।इसके लिए काफी सारे पड़ावों को पार करना होता है, उसके बाद ही डीजीपी बनना संभव हो पता है। डीजीपी बनने के लिए सभी पात्र नहीं होते है, इसी के बारे में जानकारी देंगे। 

उम्र सीमा

जैसा कि हमने अभी बताया है कि DGP ऑफिसर केवल और केवल एक आईपीएस ऑफिसर ही बन सकता है। इस वजह से इसकी आयु सीमा भी यूपीएससी परीक्षा के अनुरूप निर्धारित की गई है। 

सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से लेकर के 30 वर्ष तक की निर्धारित की गई है। ध्यान रहे कि आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए सरकार ने इस परीक्षा में कुछ छूट भी प्रदान की है। 

जैसे कि OBC वर्ग के कैंडिडेट के लिए इस आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट प्रदान की गई है, और अगर बात की जाए ST/SC की तो उनके लिए आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट निश्चित है। 

शैक्षणिक योग्यता 

DGP बनने के लिए सबसे पहले किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा पास करनी होगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा Science, Commerce, Arts किसी भी सब्जेक्ट से पास कर सकते हैं। इसके पश्चात किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से आपको किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पूर्ण करना होगा। फिर आपको UPSC की तैयारी करनी होगी और उसमें आपको IPS की पोस्ट में नियुक्ति लेनी है। तभी जाकर के आप भविष्य में डीजीपी बन सकते हैं, क्योंकि डीजीपी की पहली सीढ़ी आईपीएस ही होती है।

शारीरिक क्षमता

DGP, पुलिस डिपार्टमेंट की सबसे बड़ी पोस्ट होती है और इसके साथ ही काफी जिम्मेवारी भी दी जाती है। ऐसे में इस पोस्ट को पाने के लिए शारीरिक रूप से पूर्ण सक्षम होना अनिवार्य है। यह बात सामान्य है, लेकिन इस बारे में सबको जानकारी होनी चाहिए। अगर आप किसी भी प्रकार से शारीरिक रूप से असक्षम है या फिर आपको किसी भी चीज को देखने में थोड़ी दिक्कत आती है, तो फिर आप DGP पोस्ट के लिए पात्र नहीं माने जाएंगे। इसके अतिरिक्त आईपीएस की नियुक्ति के समय हाइट, छाती, इत्यादि की भी मांग होती है, जो विभिन्न वर्गों के लिए अलग अलग होता है। 

DGP कैसे बनें? जाने पूरी प्रक्रिया 

DGP बनने का एकमात्र मार्ग प्रमोशन है। आईपीएस ऑफिसर बनने के बाद आगे प्रमोशन से ही आप DGP ऑफिसर बन सकते हैं। इसकी प्रक्रिया के बारे में हम आपको यहां बताने वाले है। 

  • ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद आपको UPSC के एग्जाम को क्लियर करना होगा। ध्यान रखिए कि यह परीक्षा काफी कठिन होती है, इस परीक्षा में सफल होने के लिए आपको निरंतर मेहनत करना पड़ता है। 
  • एग्जाम क्लियर करने के बाद आपको पुलिस विभाग में आपके कार्य को देखते हुए प्रमोशन दिया जाता है। शुरुआत में आपको IPS बनाया जाएगा, उसके बाद ASP की पद आपको मिलेगी। 
  • ASP पद में कुछ समय तक कार्यरत रहने के पश्चात आपको प्रमोशन मिल जाएगी, और आप SP बन जाएंगे। SP पद पर कार्यरत होने के बाद आपको कुछ वर्षों तक कार्य करना होगा। फिर आगे SSP पद पर प्रमोशन मिल जाएगी। 
  • इसके बाद आपको इस पद पर ही कुछ समय तक अपनी ड्यूटी करनी होगी। फिर आपको DIGP के पद पर प्रोमोशन मिलेगा। DIGP पद के पश्चात आपको IGP पद के लिए प्रमोशन प्राप्त हो जाएगी।  
  • IGP पर कुछ वर्षों तक कार्यरत रहने के बाद आपको ADGP की पद पर प्रोमोट कर दिया जाता है। इसके पश्चात आपको आखिर में DGP (Director General Of Police) के पद के लिए प्रमोशन दिया जाता है। एक बात का खास ध्यान रखें कि यह पद आपको तभी मिलेगी, जब आप अपने कार्य को निष्ठापूर्वक करते है। 

IPS ऑफिसर बनने की क्या प्रक्रिया है?

आपको हमने बताया कि डीजीपी बनने के लिए आपको सबसे पहले आईपीएस बनना होगा, इसके बाद ही प्रोमोशन के जरिए आप अपनी मंजिल पा सकते है। अब आपको बताएंगे कि आप आईपीएस अधिकारी कैसे बन सकते है, उसी की प्रक्रिया नीचे बताने वाले है। 

1.अपनी पढ़ाई पूरी करें

आपको 12th अच्छे अंकों से पास करना होगा और साथ ही ग्रेजुएशन की डिग्री भी लेनी होगी। आईपीएस बनने के लिए आपको परीक्षा देनी होती है, जिसके लिए स्नातक करना आवश्यक होता है। आपको अपनी ग्रेजुएशन बस 60% के साथ पास करनी होगी, किसी भी विषय में आप अपना कॉलेज पूरा कर सकते है। 

2.यूपीएससी परीक्षा का सिलेबस देखें

अब आपको आगे चल कर डीजीपी बनना है, तो यूपीएससी की परीक्षा के लिए तैयारी भी अच्छी करनी होगी। इसके लिए सबसे पहले सिलेबस देख ले, किन विषयों की पढ़ाई करनी होगी और किन किताबों से आपको मदद मिल सकती है। यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन कोई कोचिंग भी ज्वाइन कर सकते है। 

3.यूपीएससी का फॉर्म भरें

हर वर्ष यूपीएससी की ओर से आईएएस, आईपीएस, इत्यादि के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि कब इसका फॉर्म आएगा, उसके बाद जल्दी ही फॉर्म अप्लाई कर दे। इसके लिए आपके पास पूरी जानकारी भी रहनी चाहिए, फॉर्म भरते समय इनकी आवश्यकता पड़ती है। अंत में आपको अपनी फोटो, सिग्नेचर अपलोड करके फीस भी देनी होती है। 

4.परीक्षा में सफलता हासिल करें

यूपीएससी तीन स्तरों में आयोजित किया जाता है, प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू। इन तीनों में ही आपको सफलता हासिल करके मेरिट में अपनी जगह बनानी होती है। प्रीलिम्स में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने होते है, जिसके लिए ओएमआर शीट दी जाती है। वहीं मेंस के लिए आपसे सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते है, जिसके जवाब भी वैसे ही देते होते है। सबसे अंतिम में आपसे इंटरव्यू लिया जाता है, जहां आपकी सामान्य ज्ञान और पर्सनेलिटी की जांच की जाती है। 

5.ट्रेनिंग पूरी करें

जब आपका चयन हो जाता है, तो आपको लबासना ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। जहां आईपीएस से संबंधित आपकी प्रशिक्षण करवाई जाती है। यहां से ट्रेनिंग पूरा करने के बाद ही आपको किसी जिले में नियुक्त किया जाता है और आगे चल कर आपकी मंजिल का रास्ता साफ होता है। 

DGP का वेतन कितना होता है?

DGP का पद पुलिस डिपार्टमेंट में सबसे ऊंचे ओहदे वाला पद माना जाता है। ऐसे में इस पोस्ट पर बैठे ऑफिसर को कितना वेतन मिलता है? यह भी जानना एक रोचक प्रश्न है। इन्हें प्रत्येक महीने 56000 से लेकर के 225000 तक का वेतन दिया जाता है। इसके अलावे हर महीने डीजीपी को ग्रेड पे भी प्राप्त होता है। 

वेतन के अतिरिक्त अन्य सुविधा

जिस तरह इस पद की धाक है, उसी तरह इसमें सुविधा भी शान वाली मिलती है। अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो नीचे दिए गए बिंदुओं को पढ़ ले। 

  • DGP को रहने के लिए सरकार के द्वारा एक सरकारी निवास तथा उस निवास के साथ-साथ कई सारे कर्मचारी भी मिलते  हैं। जैसे, चौकीदार, धोबी, माली और रसोईया। 
  • डीजीपी को एक सरकारी वाहन भी प्राप्त होती है, और इस सरकारी वाहन का एक ड्राइवर भी सरकार के द्वारा ही प्रदान किया जाता है। 
  • इसके अलावा मेडिकल इंश्योरेंस, जैसी सुविधाएं भी डीजीपी को प्राप्त होती है। 
  • इसके साथ ही साथ मुफ्त में बिजली सुविधा, फ्री टेलीफोन सेवा, आदि की सुविधा भी इन्हें दी जाती है। 
  • इसके अलावा इन्हें समाज में जो सम्मान मिलता है, उसकी बात भी अलग है। 

निष्कर्ष:

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आप सभी लोगों को यह बताया है कि DGP कैसे बनें? इसके अलावा डीजीपी बनने के लिए किन-किन पड़ावों से होकर के गुजरना पड़ता है, इसके बारे में भी साझा किया गया है। डीजीपी एक बड़ा पोस्ट होता है और इसके ऊपर कई जिम्मेवारियां भी होती है। यदि आपका भी यहीं सपना है, तो यह लेख आपके लिए काफी मददगार हो सकता है। 

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