शेयर मार्केट क्या है? शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाएं? 

आज के समय सिर्फ नौकरी से ही आपके सारे सपने पूरे नहीं हो सकते है। लोगों ने अब अपने लाइफ को पूरी तरह से जीने के लिए कमाई के आसान तरीके भी खोज लिए है और उन्हीं में एक है शेयर मार्केट। यदि आपको शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी है, तो आप इससे महीने में करोड़ों रूपए भी कमा सकते है। हालांकि, इसमें रिस्क भी काफी ज्यादा है क्योंकि आपके पैसे डूब भी सकते है। 

यदि आपको भी ज्यादा पैसे कमाने का शौक है और आप अपनी सारी इच्छाओं को पूरा कर सकते है, तो आपको शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहिए। आज हमको बताएंगे कि शेयर मार्केट क्या है, इसके कितने प्रकार है, यह कैसे काम करता है और आप कैसे इन बाजारों में निवेश कर सकते है। यदि आपको भी शेयर बाजार में मास्टर बनना है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।

शेयर मार्केट क्या है?

आपको इसके नाम में ही दिख रहा है कि यह दो शब्दों से मिल कर बना है। शेयर और मार्केट, जहां शेयर का अर्थ हिस्सा होता है और मार्केट तो हम सभी जानते है, खरीद बिक्री करने की जगह। इससे पता चलता है कि पूरे शब्द का मतलब शेयर खरीदने और बेचने का स्थान है।

यहां कोई भी व्यक्ति लिस्ट में दिए गए कंपनी का शेयर खरीद भी सकते है और बेच भी सकते है। शेयर खरीदने और बेचने वालों को इन्वेस्टर कहा जाता है, जो ब्रोकर की माध्यम से खरीद और बिक्री करते है। 

भारत में दो प्रमुख शेयर मार्केट है, BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज)। इन्हीं एक्सचेंज द्वारा कंपनी के नाम लिस्ट किए जाते है, जिसके शेयर लोग ब्रोकर की मदद से खरीद सकते है। शेयर मार्केट पूरी तरह से पैसों से चलता है, यहां हर कार्य पैसों से होता है।

लाभ और हानि भी इन्हीं पैसों की होती है, कुछ लोग करोड़पति बन जाते है तो कुछ फकीर बन जाते है। यहां आपके लिए खुशी भी है और रिस्क भी, इसलिए सोच समझ कर ही शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए। 

एक सरल भाषा में कहे तो शेयर मार्केट इकलौता जगह है, जहां आपको सबसे ज्यादा इंटरेस्ट मिलता है और दूसरी तरफ आपके पूरे पैसे डूब भी सकते है। शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट, इक्विटी मार्केट, वेल्थ मार्केट, इत्यादि के भी नाम से जाना जाता है।

शेयर मार्केट का रेगुलेटरी आर्गेनाइजेशन कौन है? 

शेयर मार्केट की देख रेख और इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए एक संस्था की आवश्यकता होती है। इसके लिए सरकार ने 1992 में The Securities Exchange Board Of India (SEBI) की स्थापना की थी।

इसकी स्थापना भारतीय संविधान के SEBI Act 1992 के द्वारा की गई थी। इनका मुख्य कार्य होता है भारत के निवेशकों के हित की रक्षा करना और शेयर मार्केट में किए गए निवेश को सुरक्षित रखना। यदि कुछ भी गड़बड़ी होती है, तो इसके लिए जिम्मेवार SEBI होता है। 

शेयर मार्केट के कितने प्रकार होते है? 

शेयर मार्केट मुख्यता दो प्रकार के होते है, एक प्राइमरी मार्केट और दूसरा सेकंडरी मार्केट होता है। इनके बारे में हम आपको अच्छे से वर्णित करते है। 

1. Primary Market

जब कोई कंपनी अपने लिए इन्वेस्टमेंट जुटाने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में पहली बार रजिस्टर करवाता है, तो यह प्राइमरी मार्केट में ही जाता है।

इस कंडीशन को IPO कहते है, इसके बाद कंपनी पब्लिक सेक्टर की तरह रजिस्टर हो जाती है। इसके बाद भी कोई इसमें निवेश करके इसके शेयर को खरीदता है या बेचता है। 

2. Secondary Market

 सेकंडरी मार्केट में इन्वेस्टर्स को मार्केट के वर्तमान प्राइस में शेयर को आपस में खरीदने और बेचने का चांस मिलता है। स्टॉक एक्सचेंज जिन कंपनी को लिस्ट करता है, उनके शेयर को भी खरीदने या बेचने का कार्य भी यहां किया जाता है।

सिक्योरिटी और इक्विटी को काफी बड़े मात्रा में ट्रेडिंग भी यहां किया जाता है। यह मार्केट डेब्ट मार्केट, इक्विटी मार्केट का एक मिश्रण होता है। 

शेयर मार्केट कैसे काम करता है? 

शेयर मार्केट कंपनियों के संचारण के लिए स्टॉक शेयर बेच कर अच्छी रकम जुटाने में मदद करती है। इसके अलावा यह निवेशकों के भी फायदे का ध्यान रखती है। जब कोई कंपनी पैसे इक्कठा करने के लिए अपने शेयर बेचना चाहती है, तो यह प्लेटफार्म उनके स्टॉक को शेयर के रूप में बेचती है।

स्टॉक मार्केट को स्टॉक एक्सचेंज बनाते है, यहां अपने कंपनी के हिस्से बेचने को लिस्ट किया जाता है। इससे उस कंपनी को बिना किसी से लोन लिए ही अच्छी पूंजी मिल जाती है। 

किसी भी निवेशक को अपने कंपनी के बारे में बताना पड़ता है, जैसे यह क्या काम करता है, इसमें कितना प्रॉफिट या लॉस है, तभी कोई इसके शेयर को खरीदता है। 

जब कंपनी को निवेश मिलने शुरू हो जाते है, तो वह कंपनी उन पैसों को अपने बिजनेस को आगे ले जाने में इन्वेस्ट करती है। कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है, तो इसके निवेशकों को अच्छा रिटर्न भी मिलता है। वहीं इसका नुकसान होने पर, निवेशकों को भी इसे झेलना पड़ता है।

एक छोटे से शेयर से भी कोई भी नागरिक उस कंपनी के उतने हिस्से का मालिक बन जाता है। 

शेयर मार्केट के खास Terms:- 

इसमें कुछ खास टर्म यानी शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, शुरूआत में नए निवेशकों को इनके बारे में कोई खास जानकारी नहीं होती है। जानकारी के अभाव में कई बार लोग अपना नुकसान भी करवा लेते है, आइए उन्हीं के बारे में बताते है। 

Broker-

ब्रोकर वह लोग होते है, जिनकी मदद से लोग अपने पसंद अनुसार कंपनी में इन्वेस्ट करते है। ब्रोकर ही निवेशक को एक प्लेटफार्म उपलब्ध करवाते है, जहां से कोई भी मार्केट में ट्रेडिंग कर सकता है।

कोई भी सीधे बाजार में पैसे नहीं लगा सकता है, उन्हें इन्हीं प्लेटफार्म का सहारा लेना पड़ता है। 

Bull-

कभी कभी ऐसा समय आता है कि शेयर मार्केट में शेयरों की कीमत में लगातार वृद्धि होने लगती है, अचानक से उछाल आ जाता है।

इसे कंडीशन को शेयर मार्केट में Bull कहा जाता है। 

Bear-

जिस तरह बढ़ने पर अलग टर्म दिया जाता है, ठीक उसी प्रकार शेयर मार्केट में अचानक से लगातार गिरावट भी हो जाती है।

इस कंडीशन को शेयर मार्केट में Bear कहा जाता है। 

Demat Account-

शेयर मार्केट में अपने पैसों की सुरक्षा के लिए आपको एक डीमैट एकाउंट खुलवाना होता है। यहां आपके शेयर पूरी तरह से सेफ और सिक्योर रहते है। 

IPO-

इसका फुल फॉर्म Initial Public Offering होता है, जब कोई कंपनी अपने शेयर को आम जनता के लिए शेयर बाजार में लाती है, तो इसे IPO कहा जाता है। 

Mutual Fund-

यह सबसे बेसिक टर्म होता है, यदि किसी को शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानकारी नहीं है, तो उन्हें इसी फंड में निवेश से शुरूआत करनी चाहिए।

जब भी कोई म्यूचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट करता है, तो म्यूचुअल फंड की टीम उन पैसों को शेयर मार्केट में निवेश कर देती है। यहां आपको स्टॉक मार्केट से अधिक प्रॉफिट मिलते है। 

Nifty-

निफ्टी एक इंडेक्स है, जो कंपनियों के प्रदर्शन के बारे में बताती है। यह National Stock Exchange के अंर्तगत कार्य करता है, इसके बढ़ने या घटने का निर्धारण यहां लिस्टेड टॉप 50 कंपनियों के प्राइस के आधार पर होता है।

यदि इसमें बढ़ोतरी हुई है, तो इसका मतलब कंपनी में अच्छा परफॉर्मेंस हुआ है और वहीं इसके उल्टा भी होता है। 

Share-

यह सबसे अहम हिस्सा है, इसका मतलब होता है किसी भी कंपनी के हिस्से को खरीदना या बेचना।

यदि कोई व्यक्ति शेयर में पैसे लगता है, तो कंपनी के प्रॉफिट या लॉस होने पर, उसके हिस्से में भी इसका प्रभाव देखने को मिलता है। 

Sensex-

यह Bombay Stock Exchange के अंर्तगत एक इंडेक्स की तरह काम करता है। इसका निर्धारण लिस्ट में मौजूद टॉप 30 कम्पनियों के प्राइस के आधार पर किया जाता है।

यदि इसमें बढ़ोतरी या गिरावट होती है, तो इसका मतलब होता है कि टॉप 30 कंपनी के परफॉर्मेंस में बढ़त या गिरावट आई है। 

शेयर मार्केट कैसे सीखते है? 

अब पहले वाली बात नहीं रही है, इंटरनेट के आने से आप कहीं से भी शेयर मार्केट सीख सकते है।

इसके बाद आप घर बैठे शेयर खरीद कर खूब कमा सकते है, अब इसे सीखना काफी आसान हो चुका है। आपकी मदद के लिए हम कुछ तरीके बता सकते है। 

1. एक्सपर्ट की मदद ले

यदि आपको शेयर मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं पता है, सिवाय इसके कि इससे आपको मुनाफा होने वाला है। तो आपको एक्सपर्ट्स से मदद लेनी चाहिए।

ये लोग आपको अच्छे से गाइड कर सकते है और इससे संबंधित किसी भी परेशानी का हल भी बता सकते है। आप उनसे काफी कुछ सीख सकते है और फिर आगे चल कर खुद से ही आपको सब कुछ करने आ जाएगा। 

2. ऑनलाइन वीडियो देखें

अगर आपको ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला है, तो आप ऑनलाइन कोर्स भी देख सकते है। आपको एक सही क्लास की चुनाव करने की आवश्यकता है, क्योंकि सभी क्लास सही जानकारी नहीं देते है।

आप चाहे तो ऐसे कई साइट भी मौजूद है, जहां से कोर्स करके सर्टिफिकेट भी ले सकते है। 

3. मार्केट रिसर्च करें

आप खुद से भी मार्केट रिसर्च कर सकते है। शेयर मार्केट में किस कंपनी में बढ़ोतरी हुई और किसने सबसे अधिक नुकसान उठाया, इन सब पर अपनी नजर बनाए रखें।

आप टेक्निकल एनालिसिस चार्ट को भी समझ सकते है, इन सबसे स्टॉक के चुनाव में आपको मदद मिलेगी। एक अच्छी मार्केट जानकारी से आपको समझ में आ जाएगा कि किस शेयर को खरीदना चाहिए और शुरूआत कहां से करनी चाहिए। 

4. डीमैट अकाउंट खुलवाएं

शेयर मार्केट में पैसे लगाने के लिए एक डीमैट अकाउंट खोलना पड़ता है, यहां आपके शेयर के पैसे सुरक्षित रखे जाते है।

आपको यह अकाउंट किसी ब्रोकर के पास ही खुलवाना चाहिए, इससे आपको मुनाफा भी मिलता है और सपोर्ट भी मिलती है। ब्रोकर के पास से आपको यह भी जानकारी मिलती है कि आपको कहां पैसा लगाना चाहिए। 

5. ट्रेडिंग शुरू करें 

आपको शुरूआत में ट्रेडिंग करना चाहिए, इसकी प्रैक्टिस से आपके कॉन्सेप्ट भी क्लियर होंगे। आपको सबसे पहले कम ही मात्रा से शुरू करना चाहिए, जब आपको सारी चीज़े समझ में आ जाए तब आपको अधिक पैसे इन्वेस्ट कर सकते है। 

शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाएं?

शेयर मार्केट में पैसे निवेश करने के लिए सबसे पहले आप डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट किसी भी ब्रोकर के प्लेटफार्म में ओपन कर सकते है। अब आपको यह तय करना है कि शुरूआत कितने पैसों के इन्वेस्टमेंट से किया जाए।

निवेश करने के लिए आपको कई विकल्प भी मिलते है, एक बार में इन्वेस्ट, हर महीने या फिर तीन-तीन महीने के अंतराल ले पैसे निवेश कर सकते है। यह पूरी तरह से आप पर निर्भर है, आपको जो सुविधा सही लगे, उसका ही चुनाव करें। 

आप निफ्टी में निवेश करके स्पॉट ट्रेडिंग या डेरिवेटिव ट्रेडिंग कर सकते है। इसका सबसे अच्छा तरीका है, किसी कंपनी के शेयर खरीदना। इससे जब जब कंपनी का परफॉर्मेंस अच्छा होता है, आपको भी उतना ही अधिक प्रॉफिट मिलता है।

जिस कंपनी में रिस्क फैक्टर मिनिमम या माइल्ड रहता है, सबसे पहले उसी को चुनें, इसके बाद आप रिस्क भरे कंपनी में आगे निवेश कर सकते है। 

शेयर मार्केट से क्या फायदा है?

मार्केट के कई सारे लाभ है, आइए जानते है उन सारे फायदों के बारे में विस्तार से। 

  • यह एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां आपको अन्य किसी भी निवेश या सेविंग से सबसे अधिक मुनाफा मिलता है। 
  • शेयर मार्केट को SEBI नियंत्रण करता है, जिससे हमें अपने पैसों को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी होने से भी यह लोगों को बचाती है। 
  • यहां बैंकों की तरह कोई टाइम तय नहीं होता, आप कभी भी किसी भी समय स्टॉक खरीद सकते है और कुछ सेकंड में किसी को बेच भी सकते है। 
  • यदि आप किसी नई कंपनी का भी शेयर खरीदते है, जिसके हिस्से भी कम है, तब भी आपको कोई नुकसान नहीं होने वाला है। कंपनी को लाभ होने पर आपको भी उतने प्रतिशत पर मुनाफा मिलेगा।
  • आप एक साथ कई कंपनी का शेयर खरीद सकते है, निवेश करने के लिए ₹100 भी इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसे सुविधा कहीं और नहीं मिलती है। 

शेयर मार्केट से क्या नुकसान है? 

हर कार्य के सिर्फ लाभ ही नहीं होते है, कभी कभी आपको इसके नुकसान भी झेलने पड़ते है। आइए, आपको बताते है उन्हीं हानियों के बारे में। 

  • यह काफी रिस्क भरा काम होता है, मार्केट में उतार चढाव होते रहते है। इसका असर आपके इन्वेस्टमेंट पर भी पड़ता है, कभी आपको कई गुना मुनाफा मिलेगा तो दूसरे पल आपके पैसे आधे भी हो सकते है। 
  • यदि कोई कंपनी बंद हो जाती है, जिस पर आपने निवेश किया था, तो आपको पैसे सबसे अंत में दिए जाते है। इसे पूरे करने में छह महीने या साल भर का भी समय लग जाता है। 
  • अब तक ऐसा भी सुनने और देखने को मिला है कि कई इन्वेस्टर से अपने पूरे पैसे गवां भी दिए है और साथ ही कर्ज में भी डूब जाते है। 

निष्कर्ष

हमने आपको वह सारी जानकारी उपलब्ध करवा दी है, जो आप शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते थे। उम्मीद करते है आपको समझ में आ गया होगा कि शेयर मार्केट क्या है, आप इसमें पैसे कैसे लगा सकते है और भी ढेर सारी महत्वपूर्ण इन्फॉर्मेशन।

यदि आपको यह लेख पसंद आया होगा तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और अपने मन में बाकी सवालों को भी हमसे पूछ सकते है। हमारे साथ यूं ही जुड़ें रहें और नए नए पोस्ट पढ़ते रहें, जिससे आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। 

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