रियल एस्टेट बिजनेस क्या है? रियल एस्टेट बिजनेस कम लागत में कैसे शुरू करें?

जिस देश की जनसंख्या अधिक होती है, वहां प्रॉपर्टी की बिक्री भी ज्यादा होती है। रियल एस्टेट बिजनेस भी इसी से जुड़ा हुआ है, जिसके जरिए लोग अपनी आवश्यकता अनुसार जमीन, ऑफिस, मकान, इत्यादि खरीदते है। भारत जैसे देश में इस तरह के व्यवसाय के सफल होना का 100% गारंटी रहता है। आज के समय में अधिकांश लोग इस व्यापार में अपनी किस्मत आजमा रहे है।

यदि आप भी रियल एस्टेट का बिजनेस करना चाहते है, तो आपके पास पूरी जानकारी होनी चाहिए, तभी आप इस मैदान में टिक पाएंगे। आपको सब कुछ प्लान के अनुसार ही करना होगा ताकि आगे आपको कोई अफसोस ना हो। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको रियल एस्टेट बिजनेस शुरू करने के बारे में बताएंगे, अंत तक इस पोस्ट को पढ़े। 

रियल एस्टेट बिजनेस क्या है?

रियल एस्टेट का मतलब उस संपति से होता है, जो अचल हो अर्थात जिसे आप अंतिम समय तक भी संभाल कर रख सकते है। ना ही यह खराब होती है और ना ही समय के साथ घटती है, बल्कि इसकी कीमत बढ़ती ही जाती है। आम भाषा में बोला जाए तो यह एक जमीन से जुड़ा होता है, जिसके पास जितनी अधिक भूमि, वह उतना अधिक प्रॉपर्टी वाला माना जाता है। 

इस बिजनेस का मतलब जमीन बेचने, खरीदने, बना हुआ मकान बेचना, दुकान बेचना, इंडस्ट्री बिल्डिंग बेचना, इत्यादि से जुड़ा होता है। अधिकांश प्रॉपर्टी डीलर इस क्षेत्र से जुड़े होते है और बदले में उन्हें कई गुणा मुनाफा भी मिलता है। जरूरी नहीं कि सारी प्रॉपर्टी होने पर ही आप रियल एस्टेट का व्यवसाय शुरू करें, बल्कि इसमें ज्यादा काम डीलरशिप का होता है। 

रियल एस्टेट बिजनेस की मार्केट में कितनी डिमांड है?

जिस तरह से हमारा देश प्रगति कर रहा है, आए दिन रियल एस्टेट बिजनेस की डिमांड बढ़ती जा रही है। अच्छे पैसे कमाने के बाद लोग अपने लिए जमीन या बने हुए मकान खरीदते है, या फिर अपने बिजनेस को बड़े स्तर पर ले जाने के लिए बड़ी सी बिल्डिंग। इन सब कार्यों के लिए वो लोग प्रॉपर्टी डीलर की मदद लेते है क्योंकि उनके पास विभिन्न जगहों के प्रॉपर्टी की सारी डिटेल रहती है। 

आगे भी इसकी डिमांड कई गुणा बढ़ेगी, लॉकडाउन के बाद से अधिकतर लोगों ने अपना व्यवसाय शुरू किया है और इसे और ऊंचाई पर ले जाने के लिए वो लोग बड़े स्थान की ही तलाश में रहते है। ऐसे में इस क्षेत्र में कदम रखने वालों के लिए यह खुशी की बात हो सकती है। 

रियल एस्टेट बिजनेस करने से क्या फायदा है?

किसी भी बिजनेस के अनेकों फायदे हो सकते है, ठीक उसी प्रकार रियल एस्टेट बिजनेस करने के भी कई लाभ है। आज आपको बताएंगे कि कैसे रियल एस्टेट एक लाभदायक व्यवसाय माना जाता है। 

  • यह एक प्रकार का लीगल बिजनेस है और सरकार द्वारा निर्धारित कानून के अनुसार आपको दोनों ही पार्टी से 2-2% कमीशन दिया जाता है। अर्थात जो जमीन बेच रहा है उससे और जो खरीद रहा है उससे भी आपको कमीशन मिलेगा। 
  • आप चाहे तो अपने से भी प्रॉपर्टी डील करवाने की फीस ले सकते है, इसके लिए आपको कोई कमीशन नहीं दिया है। आपको बस प्रॉपर्टी खरीदने वाले और बेचने वाले के बीच बात करवानी होती है और कानूनी कारवाई में उनकी मदद करनी होती है। 
  • रियल एस्टेट का बिजनेस आप बिना किसी इन्वेस्टमेंट के भी शुरू कर सकते है। इसमें आपको मेहनत अधिक करनी होगी, प्रॉपर्टी बेचने वाले से संपर्क करना होगा, सारी जानकारी लेनी होगी और फिर प्रॉपर्टी खरीदने वालों तक यह जानकारी पहुंचनी होगी। 
  • सिर्फ एक डील फाइनल हो जाने पर आपको लाखों रूपए तक का कमीशन मिलता है क्योंकि जमीन या बने हुए घरों की कीमत भी 10 लाख से ज्यादा की होती है। 
  • आप बिना किसी ऑफिस के भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते है। आपके पास अपना ऑनलाइन प्लेटफार्म होना चाहिए, जहां आप करेंट डेटा को अपडेट कर सकें। 

रियल एस्टेट बिजनेस कैसे शुरू करें?

रियल एस्टेट एक ऐसा बिजनेस है, जिसे कोई भी कभी भी शुरू कर सकता है, बस उसमें काम करने की लगन होनी चाहिए। इस व्यापार में आपको अधिक मेहनत करना होता है और कुछ खास पहलुओं को लेकर अपनी प्लानिंग करनी होती है। आज हम आपको उन सारे बिंदुओं के बारे में बताएंगे, जो आपके लिए अहम साबित हो सकते है।

ये भी अवश्य पढ़ें:

1. मार्केट रिसर्च करें

यदि आपने बिना मार्केट के बारे में जाने ही बिजनेस शुरू कर दिया तो इसका मतलब यह होगा कि आपने बिना पढ़ाई के ही एग्जाम दे दी हो। आपको यह जानना होगा कि लोगों को किस प्रकार की सुविधा पसंद आती है और उनके लिए कैसा जगह उत्तम होगा। आपको प्रॉपर्टी के बारे में भी सारी डिटेल्स रखनी होगी, इन सबके बारे में आपको तभी पता चलेगा जब आप मार्केट में थोड़ा दौड़ भाग करेंगे। 

2. बिजनेस प्लान बनाएं

आपके अगला कदम बिजनेस प्लान बनाने का होना चाहिए। यदि आप सेल्स का डिपार्टमेंट संभालने वाले है, तो उस बारे में कैसी प्रॉपर्टी बेचनी होगी और किस तरीके से आप उसे काम समय में बेच सकते है, यह सारी प्लानिंग करनी होगी। आपको अपना बजट भी बनाना होगा और साथ में मैनेजमेंट के लिए प्लान तैयार करना होगा। जो प्रॉपर्टी आप बेचना चाहते है, उसके आस पास सारी सुविधा होनी चाहिए। प्रॉपर्टी बेचने के लिए एक टीम भी बनानी होगी, उनके लिए क्या क्या काम होगा, कैसे डील करनी है, इत्यादि को भी योजना आपको बनानी होगी। 

3. लोगों से संपर्क करें

सबसे पहले आपको लोगों के बीच अपनी पहचान बनानी होगी, इसके लिए थोड़ा मेहनत भी करना होगा। बड़े बड़े व्यापारियों के संपर्क में बने रहे और समय समय पर प्रॉपर्टी के बारे में भी चर्चा करते रहें। इस बिजनेस में आपको जितनी अधिक पकड़ होगी, लोगों से मेल रहेगा, उतना आपके लिए उत्तम होगा। यदि कल को उन्हें या उनके किसी पहचान वाले को कोई प्रॉपर्टी खरीदनी होगी, तो वह सबसे पहले आपसे ही संपर्क करेंगे। 

4. एरिया का सही से चुनाव करें

यदि आप यह निर्णय ले लिया है कि आपको रियल एस्टेट का ही बिजनेस करना है, तो आपको इस क्षेत्र में आपने कदम आगे बढ़ाने होंगे। आपको ऐसे एरिया का चुनाव करना चाहिए, जहां से आप रेसिडेंशियल ब्रोकरेज का भी काम कर ले और साथ ही में कमर्शियल ब्रोकरेज में भी ध्यान दे पाएं। अपने ऑफिस को ऐसी ही जगह में बनाएं, जहां से लोग आसानी से आपसे संपर्क कर पाएं और आप उन्हें प्रॉपर्टी में आस पास दिखा पाएं। 

5. बिजनेस लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें

आपने रियल एस्टेट बिजनेस का लाइसेंस इस बात पर बनेगा कि आप अकेले ही मालिक बन कर काम शुरू करना चाहते है या फिर किसी के साथ पार्टनरशिप में करेंगे। यदि आप अपनी कंपनी खोलना चाहते है और पार्टनर के साथ आगे जाना चाहते है, तो आपको अपने ऑफिस को रजिस्टर करवाना होगा और साथ ही में ट्रेड लाइसेंस भी लेना होगा। आपको RERA के अंतर्गत अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जिसमें आपको एक नंबर मिलेगा, जो आप आगे के सारे डील में इस्तेमाल करेंगे। 

रियल एस्टेट का बिजनेस काफी बड़ा होता है और GST के अंतर्गत आता है। अतः समय में टैक्स देने के लिए और आगे कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए GST नंबर भी प्राप्त कर ले। अपने ऑफिस के लिए आपको नगर निगम से परमिशन भी लेनी होगी, जिसमें NOC शामिल रहता है, तभी आप लीगल तरीके से इस व्यवसाय को सुचारू रूप से चला सकते है। 

6. एक ऑफिशियल वेबसाइट बनवाएं

सारी कानूनी कार्य पूर्ण करने के बाद अब आप बिना झिझक अपने बिजनेस का एक ऑफिशियल वेबसाइट बनवा सकते है। इससे अधिकांश लोगों को आपके व्यवसाय के बारे में जानकारी मिलेगी। कई लोग ऑनलाइन ही किसी शहर में या फिर आस पास में रियल एस्टेट डीलर की खोज करते है, ऐसे में आपकी ऑनलाइन उपस्थिति उनकी मदद कर सकता है। इससे अधिक लोग आपसे संपर्क करेंगे और प्रॉपर्टी पसंद आ जाने पर आपको मुनाफा भी अधिक होगा। 

7. लीगल कामों के लिए वकील रखें

रियल एस्टेट क्षेत्र में कदम रखने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको सारे नियम कानून आने चाहिए। प्रॉपर्टी डील करते समय आपको सारी लीगल डॉक्यूमेंट देखने होते है, चाहे आप खरीद रहे हो या फिर बेच रहे हो, दोनों में सावधानी बरतना आवश्यक है। कई बार ऐसा होता है कि एक ही जमीन के दो मालिक होते है, ऐसे में आपका ही नुकसान होगा। वकील किसी भी प्रॉपर्टी की डीलिंग के समय आपकी मदद कर सकते है, उन्हें सारी जानकारी रहती है कि कौन प्रॉपर्टी पहले ही बिक चुकी है और उस प्रॉपर्टी का मालिक कौन है, इत्यादि। प्रॉपर्टी बेचते समय आपको रजिस्टर और म्यूटेशन भी करना रहता है, एक वकील के होने से यह सारी प्रक्रिया आसान हो जाती है। 

8. बिजनेस सेमिनार में भाग ले

किसी भी बिजनेस में सफलता पाने के लिए आपको उसके बारे में गहन अध्ययन करना पड़ता है। रियल एस्टेट के लिए कोई खास स्किल प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है, किंतु कुछ बड़े बिजनेसमैन है जो नए लोगों को मोटिवेट करते है और उन्हें टिप्स भी देते है। आपको भी ऐसी सेमिनार में भाग लेना चाहिए, इससे आपको नई नई चीज़े सीखने को मिलेगी। आप इस व्यापार के बारे में और अधिक जानने के लिए किसी कंपनी में इंटर्नशिप भी कर सकते है। 

9. मार्केटिंग करें

बिना मार्केटिंग के बिजनेस करना मतलब सूखे तालाब से मछली पकड़ना। आपको अपने व्यवसाय के बारे में प्रचार करना चाहिए, सोशल मीडिया का सहारा ले या फिर अखबारों में भी विज्ञापन दे सकते है। आप विभिन्न प्रॉपर्टी डीलिंग साइट्स के जरिए भी अपने प्रॉपर्टी की बिक्री कर सकते है या फिर ऑनलाइन पैड ऐड चलवा कर अधिक लोगों को अपने तरफ आकर्षित कर सकते है। शुरूआत में आपको समय लग सकता है, किंतु कुछ महीनों बाद आपको बड़े परिणाम देखने को मिल सकते है। 

रियल एस्टेट बिजनेस में कितनी लागत लगती है?

रियल एस्टेट के बिजनेस में लागत इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस सेक्शन को चुनते है। यदि आप किसी जमीन को खरीद कर, उस पर कंस्ट्रक्शन का काम करवाते है और फिर उसे दूसरों को बेचते है। ऐसी स्थिति में आपको करोड़ों रूपए खर्च करने होंगे। 

यदि आप रियल एस्टेट में प्रॉपर्टी डीलरशिप का काम करते है, तो इसमें आपको कुछ हज़ार रूपए लग सकते है। जैसे आपको अपना ऑफिस लेना होगा और साथ में पूरी जानकारी जुटाने के लिए मार्केट के चक्कर भी लगाने होंगे। विज्ञापन के लिए आपको पैसे देने होंगे ताकि अधिक लोगों तक पहुंच बने। 

इसके अलावा, यदि आप किसी से सीधे ही बनी बनाई प्रॉपर्टी खरीदते है, तो वह कितना बड़ा है उस हिसाब से आपको निवेश करना होगा। आपको मेंटेनेंस का खर्चा भी देना होगा और साथ ही में कुछ स्टाफ भी रखने होंगे। इस सेक्शन में आपको लाखों से करोड़ों रूपए लग सकते है।

रियल एस्टेट व्यवसाय से कितना मुनाफा कमा सकते है?

अगर आपको सही ग्राहक मिलते है, तो उन्हें प्रॉपर्टी के सारे लीगल पेपर देकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है। इस बिजनेस में मुनाफा भी आपको उसी हिसाब से होगा, जितना बड़ा आपके व्यवसाय का आकार होगा। यदि आप अपनी जमीन पर स्वयं बिल्डिंग बनाते है और उसे सीधे बेचते है, तो ऐसे में सारा प्रॉफिट आपको ही मिलेगा। इसमें आपको करोड़ों तक का फायदा हो सकता है। वहीं दूसरी तरफ यदि आप सिर्फ डीलरशिप का काम करते है, तो आपको हर डील पूरी होने पर हजारों से लेकर लाखों रूपए तक के फायदे हो सकते है। 

निष्कर्ष 

आज का लेख कैसा है, हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। हमने आपको रियल एस्टेट बिजनेस शुरू करने से लेकर इससे मुनाफा कमाने तक के बारे में बताया है। उम्मीद है आपको आज का आर्टिकल मददगार लगा होगा और ऐसे ही जानकारी भरी महत्वपूर्ण पोस्ट के लिए हमसे जुड़ें रहे। आपसे अब आगे एक नए बिजनेस आइडिया के साथ मुलाकात होगी। 

Leave a Comment