Oil का बिजनेस कैसे शुरू करें? छोटे निवेश से बड़ी कमाई का सफर

हर दिन तेल का उपयोग हर घर में किया जाता है, किसी को खाना बनाने में तेल चाहिए तो किसी को अपने बालों में लगाने के लिए। तेल के कई तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है, मालिश करने से लेकर पूजा अर्चना के लिए भी इसकी मांग रहती है। 

भारत में यह व्यवसाय अच्छी तरफ से चल रहा है और काफी पुराना व्यापार भी इसे माना जाता है। यदि आपको जानना है कि Oil का बिजनेस कैसे शुरू करें, तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें।

तेल बिजनेस में आपको अपना मिल लगाना होता है, जहां मांग के अनुसार अलग अलग बीजों का उपयोग करके मशीनों द्वारा तेल निकाला जाता है। 

बीज से तेल निकाल कर उसे पैकिंग करके मार्केट में लाने तक में एक लंबा सफर तय करना होता है। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने ऑयल व्यवसाय शुरू करके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है और साथ ही कुछ बातों का ध्यान भी रखना अति आवश्यक है। 

किस तेल की मांग मार्केट में अधिक है?

हर राज्य में विभिन्न तेलों की डिमांड रहती है, कहीं सरसों का तेल तो कहीं नारियल का तेल अधिक मांग में रहता है। आपके अपने क्षेत्र के अनुसार ही इसका चुनाव करना चाहिए। 

लोग बालों के लिए जैतून या नारियल तेल का उपयोग करते है और स्किन के लिए सूरजमुखी तेल को प्राथमिकता देते है। हालांकि, पूरे भारत की बात की जाएं, तो सबसे अधिक बिक्री सरसों के तेल की होती है। 

वहीं दक्षिण राज्यों में लोग नारियल तेल को अधिक महत्व देते है और उसी का अपने खान पान में उपयोग करते है। 

Oil की मिल के कितने स्तर होते है?

आपका अपने मिल की नींव रखने से पहले इस बात का निर्णय लेना होगा कि आप किस लेवल का बिजनेस करेंगे। Oil बनाने के लिए लोग तीन स्तर पर काम करते है, जिन्हें लघु, मध्यम और उच्च वर्ग में वर्गीकृत किया जाता है। अपने बजट के अनुसार ही अपने व्यवसाय की शुरूआत करें। इन स्तरों को तेल निकालने के हिसाब से बांटा जाता है, हर दिन कितने मैट्रिक टन का उत्पादन होता है, इसी बात पर लेवल भी फिक्स होता है। 

यदि आपके मिल से हर दिन अधिकतम 10 मैट्रिक टन तेल उत्पादित किया जाता है, तो उसे लघु स्तर का फैक्ट्री कहते है। अगर प्रतिदिन 10 से लेकर 50 मैट्रिक टन तेल निकाला जा रहा है, तो यह लेवल मध्यम कहलाता है। अंत में 50 मैट्रिक टन से अधिक प्रोड्यूस करने वाले मिलों को बड़े या उच्च स्तर का माना जाता है। 

तेल का बिजनेस शुरू करने में लगने वाला लागत

लागत बिजनेस करने वाले पर निर्भर करता है कि वह किस स्तर से इसकी शुरूआत करना चाहते है। यदि कोई लघु स्तर से स्टार्ट करना चाहता है, तो अपने जमापूंजी या सरकारी योजनाओं से ही यह कार्य शुरू कर सकते है।

इसके लिए आपके पास कम से कम 5 लाख का निवेश होना चाहिए। मध्यम स्तर के लिए आपको अधिक मजदूर भी रखने होते है और स्टोरेज की जगह भी ज्यादा चाहिए होता है, इसके लिए 10 लाख से अधिक का इन्वेस्टमेंट लगता है।

आखिर में आता है सबसे बड़े स्तर का व्यवसाय, तो उसके लिए सबसे अधिक पैसे की आवश्यकता पड़ती है। इसका खर्चा करोड़ में भी जा सकता है, जो मदद आपको अपने लोन और सरकारी योजना से मिल सकती है।

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Oil का बिजनेस कैसे शुरू करें? 

तेल का व्यवसाय शुरू करने के लिए पूरी प्लानिंग करनी होती है और अपने दिमाग में आ रहे हर सवाल का जवाब भी खोजना पड़ता है। आइए, आपकी मदद करने के लिए हम कुछ खास बिंदुओं पर खास सलाह देंगे। 

1. तेल निकालने का प्रशिक्षण ले

अपने बिजनेस का कार्य स्वयं भी आना चाहिए ताकि जैसी स्थिति हो, आप उसके अनुसार काम भी कर सकें। सबसे पहले किसी स्थान से तेल के मशीनों को चलाने, तेल को अधिक दिनों तक स्टोर करने, इत्यादि के बारे में प्रशिक्षण अवश्य ले। यदि आप ऐसा नहीं करना चाहते है, तो बेहतर होगा कि किसी अन्य मिल में कुछ दिन कार्य करके अनुभव प्राप्त कर ले। 

2. बिजनेस प्लान तैयार करें

हमने आपको पहले ही बताया है कि आपके अपने क्षेत्र के अनुसार ही तेल का चुनाव करना होगा, किस तेल की फैक्ट्री आप लगाएंगे और इसके साथ ही यह भी तय करें कि लेवल क्या होगा। आपको कितने बजट की आवश्यकता पड़ेगी, अकेले मालिक होंगे या किसी के साथ पार्टनरशिप में बिजनेस करेंगे।

आपको कितने मजदूर चाहिए, लोकेशन क्या होगा, अपने पैकेट में क्या प्रिंट करवाना है, इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही प्लानिंग करें। इनके अलावा, आने वाले जोखिमों से निपटने की भी तैयारी रखें। 

3. फैक्ट्री के लिए जगह खोजें

अपने मिल को ऐसी जगह लगाना उचित होगा, जहां से आपको अन्य सारी सुविधा भी आसानी से मिल जाएं। वहां से वाहनों का आगमन आसानी से हो सकें, कच्चे माल लाने और बने हुए तेल की डिलीवरी के लिए कोई परेशानी ना हो।

कारीगरों की तलाश भी आराम से हो जाएं और आपके ग्राहकों को भी जगह खोजने में कोई दिक्कत ना हो। 

4. कच्चे माल की खरीददारी करें

आप जिस भी बीज का तेल बनाना चाहते है, उसके लिए अधिक मात्रा में कच्चे माल की जरूरत पड़ेगी। ऐसे बीजों को होलसेल में बेचने वालों से या फिर उसकी खेती करने वाले किसानों से सीधे संपर्क करना होगा।

यदि आप अपना बजट और कम करना चाहते है, तो अपने ही प्लॉट में इनके पौधे लगा ले। इन तेलों के बीज कम समय में ही निकलने लगते है और जल्दी आपके पास कच्चे माल का प्रबंध हो जाएगा।

5. मशीन यूनिट लगाएं

बीजों से तेल निकालने में कई प्रकिया करनी होती है, इसके लिए विभिन्न मशीनों का इस्तेमाल भी करना होता है। बीजों की सफाई, भूसे अलग करना, गरम करना और फिर तेल निकाल कर उन्हें फिल्टर करना, इसके बाद अंत में पैकिंग।

इन सभी प्रक्रियाओं में अलग अलग मशीन की सहायता लेनी पड़ती है। आपके अपने स्तर के अनुसार मशीनों की खरीददारी करनी होगी और उन्हें सही जगह सेट भी करना होगा। 

6. साफ सफाई का ध्यान रखें

मशीनों की सफाई का पूरा ध्यान रखें, कुछ भी गंदगी पड़ जाने पर आपका इंप्रेशन खराब हो सकता है। जहां आप तेल स्टोर करते है, वहां भी हर दिन धूल साफ करवाएं।

इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि मिल में कोई कीट, छिपकली या चूहे ना हो। इन सबसे आपके माल खराब हो सकते है और अधिक नुकसान भी होगा। 

7. लाइसेंस और जरूरी कागजात बनवाएं 

तेल के बिजनेस के लिए कई सारे पेपर बनवाने होते है, उसके बाद ही आप अपनी बिक्री शुरू कर पाएंगे। खाने के चीजों के लिए आपको भारत मानक ब्यूरो और FSSAI द्वारा दो अलग अलग सर्टिफिकेट प्राप्त करने होंगे।

इन दोनों के अतिरिक्त आपको ट्रेड लाइसेंस, बिजनेस रजिस्ट्रेशन, नाम और लोगो रजिस्ट्रेशन, GST नंबर, कमर्शियल वाहन रजिस्ट्री और साथ ही बिजनेस इंश्योरेंस भी करवाना होगा। 

8. टीम हायर करें

हमने आपको बताया है कि इसकी प्रोसेस काफी लंबी होती है, तो उसके लिए अधिक लोगों की भी जरूरत पड़ेगी।

आपको अपने मिल में कुछ कारीगरों को रखना होगा, जिन्हें मशीन भी ऑपरेट करना आता हो और अपने कार्य में कुशल भी हो। शारीरिक रूप से मजबूत भी होने चाहिए क्योंकि काम काफी थकाने वाला होता है। कुछ स्टाफ ऐसे भी रखने होंगे, जो कच्चे माल लाने और बने हुए तेल की डिलीवरी के लिए हो।

इसके अतिरिक्त एक से अधिक ब्रांच होने पर एक मैनेजर या एक कैशियर भी रखना होगा, जो एक पूरी मिल को अच्छे से संभाल ले। 

9. पैकेजिंग अच्छी रखें

तेलों के अधिक दिनों तक खुले में रखना रिस्क भरा हो सकता है, धूल या पानी लगने में बर्बाद हो सकती है। उन्हें अच्छे से पैकेट में या फिर एयरटाइट बॉटल में उन्हें भर कर सील किया जाता है।

इन पैकेटों की क्वालिटी अच्छी रखें और ध्यान रहें कि कहीं से भी खुला ना हो अन्यथा पूरी तेल बाहर गिर सकती है।

आप अपने ब्रांड का इस्तेमाल इन पैकेटों में कर सकते है और जब मिल में तेल बनाई जाती है, तो अधिक मात्रा में बड़े बड़े टीन में भी पैक किए जाते है। 

10. डिलीवरी सर्विस उपलब्ध करवाएं

शुरूआत आपको ही करनी होगी, अपने मिल से होलसेल ग्राहकों को तेल डिलीवर करने के लिए गाड़ियों का भी प्रबंध करके रखें। आप अपने कस्टमर को जितना अधिक सुविधा देंगे, वह आपसे उतना अधिक माल खरीदेंगे। 

11. ग्राहकों को आकर्षित करें 

ग्राहकों के लिए खास मार्केटिंग रणनीति तैयार करें, इस काम के लिए आप एक्सपर्ट की भी सहायता ले सकते है। ऑनलाइन साइट भी बनवा कर कहीं से भी ऑर्डर ले सकते है और आस पास के एरिया में कम दामों में अपने तेल की बेच सकते है।

यदि आपको कम समय में ज्यादा बिक्री चाहिए, तो इसके लिए बड़े ब्रांड की फ्रेंचाइजी ले ले। ऑफलाइन आप पोस्टर लगवा सकते है, लोगों को पैंपलेट दे सकते है और अखबार में विज्ञापन दिलवा सकते है।

आजकल जो नया तरीका निकला है, उसे भी फॉलो कर सकते है। इसके लिए अपने एरिया के लोगों को मुफ्त में छोटा पैक देकर अपना प्रमोशन करवा सकते है। 

तेल निकालने की क्या प्रक्रिया होती है? 

तेल निकालने में कई चरणों में काम करना होता है, आपको एक एक करके सारे स्टेप के बारे में समझाते है। 

  • बीज का चुनाव करें 

सबसे पहले आपको अच्छे क्वालिटी वाले बीजों को चुनना होगा। टूटे, सूखे या सड़े हुए बीज से आपका नुकसान हो सकता है। 

  • बीजों की सफाई 

आपले अगले स्टेप में इन बीजों को अच्छे से साफ करना होता है। उन बीजों से मिट्टी, कंकड़, इत्यादि को अलग करना होता है। बिना सफाई के आपकी मशीन खराब हो सकती है। 

  • भूसे का निपटारा 

बीजों को छिलके सहित नहीं पिरोया जाता है, इससे पहले उनके भूसे को अलग किया जाता है। इसके लिए ब्लोइंग एयर मशीन की मदद ली जाती है और फिर इनकी कंडीशनिंग करनी होती है। 

  • कंडीशनिंग करना

अगले चरण में बीजों को रोलर्स के अंदर डाला जाता है ताकि अच्छे से कंडीशनिंग हो जाएं। ऐसा करने से अधिक तेल का उत्पादन होता है और आसानी से तेल निकल भी जाता है। 

  • बीजों को गर्म करना

अब आपको इन्हें गरम करना होता है, जिससे उसके सारे बैक्टीरिया मर जाते है और शुद्धता बढ़ जाती है। अलग बीजों के लिए तापमान भी अलग चाहिए होता है इसलिए उसके अनुसार ही उन्हें गर्म करें।

  • तेल निकालने का कार्य

अंत में तेल निकालने का काम शुरू किया जाता है, इन्हें मशीन में डाला जाता है और उसकी मदद से पिसा जाता है। जब बीजों को पीस कर तेल निकाला जाता है, तो उन्हें एक जगह स्टोर किया जाता है। 

  • फिल्टर करना

सबसे अंतिम कार्य है तेल को फिल्टर करना क्योंकि बीजों के साथ कुछ अपशिष्ट बच ही जाते है। तेल निकालने के बाद उन्हें छाना जाता है और केमिकल रिएक्शन द्वारा अन्य खराब केमिकल को उनसे अलग भी किया जाता है। 

अब तेल पूरी तरह से तैयार है, इन्हें पैक करके बाज़ार में बेच सकते है। बॉटल, टीन या फिर पैकेट, अपने अनुसार ही इनकी पैकेजिंग करवाएं। 

Oil के बिजनेस से कितना प्रॉफिट होता है? 

हर स्तर के अपने लाभ है, तेल तैयार करने में काफी निवेश लगता है इसलिए इन्हें बेचने पर प्रॉफिट भी अधिक मिलता है।

इस बारे में बता पाना असंभव है, हालांकि औसतन इनसे लाखों से लेकर करोड़ों तक का मुनाफा होता है। आपके लोकेशन, काम करने का तरीके, ग्राहकों की संख्या, इत्यादि पर भी आपका लाभ निर्भर करता है। 

Oil का बिजनेस करने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? 

तेल का व्यापार करना कोई सहज बात नहीं है, इसके लिए अपने दिमाग, कान और आंखों को खोल कर रखना होता है। आपकी सहायता करने के लिए कुछ खास बातों के बारे में बताने जा रहे है, जिनका खास ध्यान रखना है। 

  • आप जब भी कारीगर को नियुक्त करते है, तो ध्यान दे कि उन्हें तेल निकालने, उसकी पैकिंग करने आता हो। मशीनों को अच्छे से ऑपरेट करने की समझ हो अन्यथा आपके मशीन डैमेज भी हो सकते है। 
  • आप किस बीज का तेल निकालना चाहते है, उसी के अनुसार तेल पिरोने की मशीन भी आती है। छोटे बीज जैसे सरसों, तिल, इत्यादि के लिए अलग मशीन और मूंगफली, जैतून के लिए दूसरी मशीन, उसी के अनुसार मशीन खरीदें।
  • फिल्टर किए हुए तेल को सिर्फ 18 महीनों के लिए ही सुरक्षित रखा जा सकता है, इसके बाद यह खराब हो सकते है। इसलिए तेल बनाने से पहले ही अपने ग्राहकों की जरूरतों के बारे में पता लगा लें।
  • अपने व्यापार को अधिक बढ़ाने के लिए एक से अधिक बीजों का तेल निकाल सकते है। जैसे नारियल, सरसों, तिल, मूंगफली, जैतून, इत्यादि का तेल बना कर बेचें। 
  • तेल डिलीवरी में कभी भी देरी ना करें और हर कस्टमर के साथ अच्छे से पेश आएं। आपके व्यवहार से ही ग्राहक बन सकते है और उनके साथ संबंध खराब भी हो सकते है। अतः सबसे सही तरीके से बात करें और अपने काम को लेकर समय पाबंद बनें। 

निष्कर्ष:

जिस तरह से हमने आपको एक एक प्वाइंट बताया है, उससे यही उम्मीद करते है कि आपको अब अपना व्यापार शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया गया कि Oil का बिजनेस कैसे शुरू करें। इससे संबंधित सारी जानकारी आपको उपलब्ध करवा दी गई है, तेल पिरोने की प्रक्रिया से लेकर इसे मार्केट में बेचने तक के बारे में यहां बता दिया गया है। अगर आपको हमारे लेख पसंद आते है, तो हमारे साथ हमेशा यूं ही बने रहें। 

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