Flipkart के साथ बिजनेस कैसे करें? घर बैठे कमाएं पैसे

Flipkart आज देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म बन चुका है। हर दिन करोड़ों लोग यहां से खरीददारी करते है और दिन प्रतिदिन नए नए फैशन जुड़ते जाते है। यह ऐप लोगों को प्रॉडक्ट खरीदने के साथ बेचने का भी मौका देता है।

ऑनलाइन प्रोडक्ट सेलर बनने के लिए आप फ्लिपकार्ट को चुन सकते है और कम निवेश से घर बैठे एक अच्छा कमाई का माध्यम भी आपको मिल जायेगा। आज हम आपको बताएंगे कि Flipkart के साथ बिजनेस कैसे करें, सारे स्टेप काफी आसान है। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें और अपना व्यवसाय अभी से शुरू करें। 

आपने में से ऐसे बहुत से लोग है, जिन्हें ये नहीं पता कि फ्लिपकार्ट पर अपना अकाउंट कैसे बनाते है, किन किन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है और इससे जुड़ने के क्या फायदे है। उन सभी के बारे में आपको विस्तार से बताया जाएगा और काफी कुछ सीखने को भी मिलेगा। 

Flipkart क्या है? 

इसके बारे में हमें नहीं लगता कि आपको अधिक बताने की है, हर किसी को पता है कि Flipkart क्या है। फिर भी आपके ज्ञान में वृद्धि करने के लिए हम आपको इसकी शुरूआत से लेकर अब तक के सफर के बारे में बताएंगे।

फ्लिपकार्ट एक ईकॉमर्स कंपनी है, जो भारत के लगभग 1000 से भी ज्यादा शहरों में फैला हुआ है। एक सर्वे की माने तो 8 करोड़ से अधिक कस्टमर इससे जुड़े हुए है और हर महीने फ्लिपकार्ट 1 करोड़ के आस पास शिपमेंट भी करता है।

आज के समय में इसके अंतर्गत 35000 से भी ज्यादा कर्मचारी काम भी करते है। यहां आम जनता को अपने प्रोडक्ट सेल करने का भी मौका दिया जाता है और आए दिन नए नए अपडेट से इसे सुविधाजनक भी बनाया जा रहा है। 

फ्लिपकार्ट की स्थापना 2007 में आईआईटी दिल्ली के दो स्टूडेंट सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने किया था। सबसे पहले यहां सिर्फ किताबें बेची जाती थी और धीरे धीरे ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी, तब आगे अन्य प्रोडक्ट को भी इसमें जोड़ा गया।

इन्होंने 2011 में इन्होंने Mime360.com और Chakpak.com के डिजिटल कैटलॉग को खरीद लिया। इसके बाद 2012 में फ्री म्यूजिक स्टोर खोला, लेकिन इससे पैड म्यूजिक कंपनी को घाटा होने लगा तो आगे इसे बंद कर दिया गया। 2014 में बिलियन में सेल हुआ, जो इसकी दूसरी सबसे बड़ी बिक्री थी।

आगे चल कर इस कंपनी ने नेविगेशन और रूट ऑप्टिमाइजेशन स्टार्टअप मैपमी का कुछ हिस्सा खरीद लिया, इससे डिलीवरी करने में आसानी हो गई। यहां ऑनलाइन पेमेंट गेटवे, एड्रेस सुविधा और अन्य सेवा भी दी जाती है।

ग्राहक भी अपने डिलीवरी ट्रैक को चेक कर सकते है और कैंसल या रिप्लेसमेंट जैसी फैसिलिटी का लाभ भी उठा सकते है। 

फ्लिपकार्ट के साथ बिजनेस करने में क्या फायदा है?  

अगर आप फ्लिपकार्ट में अपना बिजनेस शुरू करते है, तो आपको मुनाफे के साथ अन्य लाभ भी मिलेंगे। उन्हीं फायदों के बारे में हम आपको बताने जा रहे है। 

  • सबसे बड़ी बात है कि यहां ऑनलाइन सेलिंग पर फ्लिपकार्ट आपसे काफी कम पैसे लेता है, जबकि अन्य कंपनियों की फीस इनके मुकाबले अधिक है। 
  • अकेले में ऑफलाइन या ऑनलाइन सेल करते समय सारे हिसाब किताब भी आपको खुद ही या किसी कर्मचारी द्वारा करवाना होता है। लेकिन फ्लिपकार्ट के साथ ऐसा नहीं है, यहां आपको कई फीचर्स दिए जाते है। यह फीचर्स आपकी बिक्री का सारा कैलकुलेशन रखते है और आगे आपकी सेल्स बढ़ाने में मदद भी करते है। 
  • इस प्लेटफार्म की सहायता से आप देश की किसी भी कोने में अपने प्रोडक्ट को बेच सकते है। अगर आप ऑफलाइन या ऑनलाइन अपना स्टोर शुरू करते है, तो शुरूआत सिर्फ अपने शहर से ही कर पाएंगे। 
  • ऑनलाइन फ्लिपकार्ट के साथ बिजनेस करने से यह भी फायदा है कि यहां से आपको ग्राहकों से 100% पैसे मिल जायेंगे। ऑफलाइन मार्केट में बेचने से कभी उधारी तो दाम में कटौती करनी पड़ती है। जब ग्राहक की तरफ से प्रोडक्ट रिटर्न नहीं किया जाता है, तो कंपनी आपको सारे हिसाब के साथ पैसे वापस कर देती है। 
  • अगर आप अपने से ऑनलाइन बिक्री का काम शुरू करते है, तो डिलीवरी के लिए कुरियर या फिर पोस्ट का सहारा लेते है। ऐसा करने से डिलीवरी में काफी देर भी हो सकती है और ग्राहक आपका ऑर्डर कैंसल भी कर सकते है। वहीं फ्लिपकार्ट एडवांटेज का लाभ लेने से आपको फास्ट डिलीवरी करने का मौका मिलता है और सेलिंग में भी इजाफा होता है। 

Flipkart के साथ बिजनेस कैसे करें? 

अब हम आपको वो हर स्टेप बताएंगे, जिसकी मदद से आप फ्लिपकार्ट के साथ बिजनेस कर सकते है। इनकी मदद से आप अच्छे से व्यवसाय का संचालन कर पाएंगे।

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जरूरी दस्तावेज बनवाएं

आपको सबसे पहले कुछ जरूरी दस्तावेज बनवाने होंगे, यदि आपके पहले से ही यह सारे पेपर है तो आप आज ही अपना बिजनेस अकाउंट बना सकते है। आइए, आपको बताते है उन खास पेपर के बारे में, जिनकी सहायता से ही आप फ्लिपकार्ट से जुड़ पाएंगे। इसके लिए आपका अपना कंपनी होना चाहिए क्योंकि उसका नाम मेंशन करना पड़ता है। आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट, चेक बुक,एड्रेस प्रूफ, GST नंबर, इत्यादि आपको ऑफिशियल रूप से प्राप्त कर लेना है।

इसके अतिरिक्त आपका एक एक्टिव मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी होना चाहिए। अगर आपके पास इनमें से एक भी पेपर नहीं रहा तो ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने का सपना अधूरा रह जाएगा। 

फ्लिपकार्ट में रजिस्ट्रेशन करें

अब आपका अगला कदम होगा फ्लिपकार्ट के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना। इसके लिए कुछ जरूरी स्टेप फॉलो करने होंगे।

  • सबसे पहले आपको फ्लिपकार्ट का ऑफिशियल वेबसाइट खोलना होगा, ध्यान रखें इसके लिए गूगल का इस्तेमाल करें। किसी अन्य लिंक पर भरोसा ना करें, फ्रॉड हो सकता है। 
  • अब वहां आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा, जो एक्टिव होना चाहिए। 
  • आगे आपको एक OTP मिलेगा, इससे आपका नंबर वहां रजिस्टर हो जाएगा। 
  • इसके बाद आपका अपना ईमेल आईडी, पासवर्ड, पूरा नाम, आदि भरे। 
  • अब पूरी जानकारी भरनी है जैसे मोबाइल नंबर, बैंक डिटेल्स, बिजनेस डिटेल्स, इत्यादि। सभी जानकारी भरने के बाद वेरिफाई बटन पर क्लिक कर दे। 
  • आगे आपको अपने एरिया का पिन कोड डालना है और उसे भी वेरिफाई करवा ले। ध्यान रखें पिन कोड वहीं का डाले, जहां से प्रोडक्ट को उठाना है। 
  • इसके बाद आपको अपना पूरा एड्रेस भरना होगा और साथ में GST नंबर भी डालना होगा। यदि आपका बिजनेस छोटा है, तो जीएसटी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 
  • अब आपको अपने बैंक डिटेल को पूरा भरना है, जो आपके बिजनेस से जुड़ा हुआ हो। अंत में सभी डिटेल भर लेने के बाद Flipkart Seller Dashboard में रिचेक कर ले। 
  • अपने प्रोडक्ट की लिस्टिंग करने से पहले आपको शॉप की भी जानकारी देनी पड़ती है, बिजनेस नाम भी भरना होगा, जो फ्लिपकार्ट में ऑफिशियल नज़र आएगा। 
  • अब आपका अकाउंट तैयार है, आप अपने अनुसार प्रोडक्ट का टाइप चुन सकते है और उसकी लिस्टिंग भी आसानी से कर सकते है। 

प्रोडक्ट लिस्टिंग करें

अकाउंट क्रिएट करने के बाद बारी आती है प्रोडक्ट की लिस्टिंग करने की, इसके लिए भी आपको कुछ स्टेप फॉलो करने होंगे। 

  • आपको गूगल में flipkartseller.com पर विजिट करना होगा, वहां अपना ईमेल और पासवर्ड डालें। 
  • ईमेल और पासवर्ड से आप अपने अकाउंट में लॉगिन कर पाएंगे, आपके सामने होम पेज खुल जाएगा। 
  • अब लेफ्ट कॉर्नर पर आपको Listing का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक कर दे। 
  • इसके बाद Add New Listing का ऑप्शन दिखेगा, उस पर क्लिक करने पर आपको Single List या Add Bulk List दिखेगा, उसे क्लिक करें। 
  • आगे आपको Single Listing या Add Bulk List चुनने पर कैटेगरी की लिस्ट दिखाई देगी, अपने अनुसार सेलेक्ट करें और प्रोडक्ट की फोटो डालें। 
  • अब आपको कुछ देर इंतजार करना होगा क्योंकि फ्लिपकार्ट की QC टीम आपके प्रोडक्ट को वेरिफाई करती है और तब जाकर उसे साइट पर लाइव किया जाता है। 

डैशबोर्ड से करें अपडेट

जब आप अकाउंट भी बना लेते है और प्रोडक्ट लिस्टिंग का काम भी पूरा कर लेते है। तब आपको फ्लिपकार्ट की तरफ से सेलर डैशबोर्ड की सुविधा दी जाती है। जहां से आप अपने प्रोडक्ट के प्राइस, बुलेट प्वाइंट या फिर डिस्क्रिप्शन, इत्यादि को बदल सकते है। आइए, आपको बताते है कि आप क्या बदलाव कर सकते है। 

  • नए प्रोडक्ट लिस्टिंग भी कर सकते है और लिस्ट की हुई प्रोडक्ट में आराम से अपडेट भी किया जा सकता है। 
  • आने वाले ऑर्डर की सारी डिटेल्स देख सकते है, कहां से आई है और कितने यूनिट की ऑर्डर है। 
  • आपको ऑर्डर का कितना पेमेंट मिल रहा है और फिर कंपनी उसमें से कितना कमीशन लेकर आपको भुगतान करेगी, यह सब भी आप वहां देख सकते है। 
  • अपने डैशबोर्ड से आपको अपने प्रमोशन के बारे में भी जानकारी मिलते रहेगी। 

मार्केटिंग भी करें 

हालांकि, फ्लिपकार्ट मार्केटिंग भी खुद ही करता है लेकिन अगर आप भी अपने तरफ से कुछ कोशिश करते है तो और बेहतर होगा। आप अपने प्रोडक्ट की लिंक व्हाट्सएप, फेसबुक, Pinterest, आदि फेमस जगहों पर शेयर कर सकते है।

शुरूआत में अपने परिचितों के बीच आप बता सकते है कि आपने इस उत्पाद को बेचना शुरू किया है, तो उसे ऑनलाइन आप फ्लिपकार्ट से ऑर्डर कर सकते है। आगे चल कर फ्लिपकार्ट आपके सेलर की संख्या देख कर खुद ही ऊपर आने में मदद करता है। 

फ्लिपकार्ट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें:-

अगर आपने पूरी तरह से इससे जुड़ने का मन बना लिया है, तो अब कुछ महत्वपूर्ण बातें भी जान ले। 

  • यदि आपके पास सिर्फ पैन कार्ड ही है और TIN उपलब्ध नहीं है, तो आप सिर्फ बुक ही ऑनलाइन यहां बेच पाएंगे। 
  • इसके साथ बिजनेस करने के लिए आपको कम से कम दस या उससे अधिक अलग अलग प्रोडक्ट की लिस्टिंग करनी होगी। 
  • जब भी सेलर को ऑर्डर आता है, तो इसकी जानकारी उसे डैशबोर्ड से मिल जाती है। इसके बाद आपको उस प्रोडक्ट को पैक करके, उस पर डिलीवरी एड्रेस चिपका देना है। फ्लिपकार्ट के लॉजिस्टिक पार्टनर उसे आपके पास से ले जाते है और सही जगह डिलीवर कर देते है। 
  • फ्लिपकार्ट की तरफ से आपको पैकेजिंग मैटेरियल भी दिया जाता है। इसके लिए आपको फ्लिपकार्ट प्रोवाइडर से संपर्क करके पैकेजिंग मैटेरियल मंगवाना होगा। 
  • आपको ऑर्डर को डिलीवर होने में हफ्ते भर का समय लग जाता है। यदि खरीदने वाले की तरफ से उसे रिटर्न नहीं किया जाता है, तो 7-14 दिनों के अंदर आपको पेमेंट कर दिया जाता है। प्रोडक्ट बिकने के बदले आपको कंपनी के कमीशन फीस, शिपिंग फीस, फिक्स्ड फीस और सर्विस टैक्स, आदि देना पड़ता है। 
  • यदि आपको अच्छे प्रोडक्ट के बदले डैमेज प्रोडक्ट को रिटर्न किया जाता है, तो आप अपने प्रूफ के आधार पर SPF में कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकते है। आपके साथ लॉजिस्टिक पार्टनर द्वारा धोखाधड़ी होने पर भी इसी के अंतर्गत क्लेम किया जाता है।
  • अगर आप ऐसी जगह रहते है, जहां फ्लिपकार्ट की सर्विस नहीं है, तो उसी पिन कोड के साथ रजिस्टर करवा ले। जब भविष्य में कंपनी वहां सेवा देना शुरू करती है, तो आपको कंपनी की तरफ से इन्फॉर्म कर दिया जाता है।

निष्कर्ष:- 

हमने पूरी मेहनत के साथ आज का पोस्ट तैयार किया था, हर जानकारी और स्टेप एकदम सही सही बताया भी है। यदि आपको कोई अन्य डिटेल चाहिए, तो कॉमेंट बॉक्स के जरिए पूछ सकते है। यहां आपको देखने को मिला कि Flipkart के साथ बिजनेस कैसे करें, जिसके लिए आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत भी नहीं है। प्रोडक्ट लिस्टिंग, महत्वपूर्ण बातें, इत्यादि के बारे में बड़े विस्तार से बताया गया है। उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल मददगार लगा होगा और आप इसी तरह हमारे साथ जुड़े रहेंगे। लगातार ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमारे न्यूजलेटर को सब्सक्राइब कर दे। 

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