वर्तमान समय में इंग्लिश एक महत्वपूर्ण और बेहद अहम भाषा है। इंग्लिश बोलना सभी लोग चाहते हैं, क्योंकि इंग्लिश भाषा में जब कोई बात करता है तो उसे इंटेलिजेंट और वेल एजुकेटेड व्यक्ति समझा जाता है।
इस जनरेशन में चाहे बिजनेसमैन हो या कर्मचारी या फिर स्टूडेंट ही क्यों ना हो, इंग्लिश की जरूरत सबको पड़ती है, क्योंकि इंग्लिश में बात करना अब लोगों की जरूरत बन गई है।
जिन लोगों को इंग्लिश बोलना नहीं आता है, और जब वह किसी इवेंट या पार्टी वगैरह में जाते हैं तो जब उसके इर्द-गिर्द वाले लोग इंग्लिश में बात करते हैं तो उसे अपने आप में शर्मिंदगी महसूस होती है, और वह अपने आप को पिछड़ा हुआ समझता है।
आज के समय में आम बोलचाल में भी लोग इंग्लिश शब्द का प्रयोग करते हैं, और जो लोग फराटे दार इंग्लिश बोलते हैं लोग उन्हें बेहद पसंद करते हैं।
अंग्रेजी भाषा का महत्व
मॉडर्न टेक्नोलॉजी के दौर में इंग्लिश जानना बेहद जरूरी है, क्यूँ की रोजमर्रा की जिंदगी में इंग्लिश भाषा की आवश्यकता होती है। चाहे मोबाइल चलाना हो या कंप्यूटर, या फिर कोई और चीज, हर जगह इंग्लिश भाषा का प्रयोग किया जाता है।
जिन लोगों को इंग्लिश नहीं आती वह समझते हैं कि इंग्लिश भाषा बहुत ही ज्यादा कठिन है, और सोचते हैं कि इंग्लिश में बात करना वेल एजुकेटेड लोगों की बस की बात है।
ऐसा नहीं है, बल्कि सच तो यह है कि इंग्लिश में बात करना बहुत ही आसान काम है, इसके लिए बस थोड़ी सी मेहनत और टेक्निक की जरूरत होती है।
आपने देखा होगा कि जब कोई टीम इंडिया में नया क्रिकेटर जाता है, तो उन्हें इंग्लिश बोलने में बहुत ही ज्यादा परेशानी होती है, और जब नए क्रिकेटरों से इंटरव्यू लिया जाता है तो हिंदी में ही सवाल पूछे जाते हैं।
लेकिन कुछ समय के बाद फराटे दार इंग्लिश बोलने लगते हैं, और अपना इंटरव्यू इंग्लिश लैंग्वेज में ही देते हैं, अब उन्हें देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि आज से कुछ महीने पहले इन्हें इंग्लिश बोलना नहीं आता था।
ऐसा इसलिए हो पाता है कि उन्हें इंग्लिश बोलने की टेक्निक मालूम हो जाता है, और उस पर वह थोड़ी सी मेहनत कर लेते हैं। जिसे भी इंग्लिश बोलने की टेक्निक मालूम हो जाए और वह थोड़ी सी मेहनत कर लें तो आसानी के साथ इंग्लिश बोलने लगेंगे।
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आप किस तरह आसानी के साथ इंग्लिश बोलना सीख सकते हैं, वह भी बहुत ही आसानी के साथ।
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इंग्लिश भाषा सीखने के फायदे
इंग्लिश इंटरनेशनल भाषा है, एक सर्वे के मुताबिक के 20% से अधिक लोग पूरी दुनिया में इंग्लिश बोलते हैं। आप दुनिया के किसी भी कोने में चले जाएं, और अगर वहां की लोकल लैंग्वेज आपको नहीं आती है, तो आप इंग्लिश के जरिए कम्युनिकेशन कर सकते हैं।
यानी कि आपको अगर कोई दूसरी लैंग्वेज ना भी आती हो, और आप इंग्लिश बोल लेते हैं, तो आप आसानी से लोगों के साथ कम्युनिकेशन करके अपनी बातें उनके साथ शेयर कर सकते, हैं और उनकी बातें समझ सकते हैं।
जब कोई इंग्लिश में बात करता है तो समाज के अंदर लोग उसे इज्जत की नजर से देखते हैं, और इंग्लिश बोलने की वजह से आपकी पर्सनालिटी डिवेलप होती चली जाती है।
आज के समय में आप चाहे किसी भी फील्ड से हो इंग्लिश भाषा का जानना अनिवार्य है। आपने देखा होगा कि एक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाला स्टूडेंट हो, या किसी कंपनी के बिजनेस प्रेजेंटेशन देने वाला एंप्लॉय हो, उनके लिए इंग्लिश भाषा एक प्राथमिक आवश्यकता है।
जो व्यक्ति इंग्लिश भाषा सीखते हैं उनके मानसिक क्षमता में बढ़ोतरी होती है, और वह इंग्लिश के जरिए अधिक संख्या में लोगों के दरमियान पहुंच सकते हैं।
आज के डिजिटल योग्य में फोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, एटीएम जैसे अन्य गैजेट को प्रयोग करने के लिए इंग्लिश भाषा बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है।
साथ ही साथ इंग्लिश एक मध्यस्थ भाषा के रूप में जाना जाता है, इंग्लिश भाषा सीखने के बाद आप अन्य संस्कृतियों के साथ बातचीत कर सकते हैं।
आने वाले कुछ सालों में एक दूसरे से इंग्लिश भाषा ही में बातचीत करेंगे, यदि आज आप इंग्लिश सीख लेते हैं तो आने वाले समय में आपको शर्मिंदगी महसूस नहीं होगी, और आप भी लोगों के साथ अंग्रेजी भाषा में कम्युनिकेशन कर सकते हैं।
इंग्लिश बोलना सीखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके
बहुत सारे लोगों को इंग्लिश बिल्कुल नहीं आती है, और कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिन्हें थोड़ी बहुत इंग्लिश आती है। आज हम आपको इंग्लिश बोलना सीखने के विस्तारपूर्वक तरीका बताएंगे।
इन तरीकों को जानने के बाद यदि आप थोड़ी सी मेहनत करेंगे तो कुछ ही समय बाद आप बहुत ही अच्छे तरीके से इंग्लिश बोलना आसानी के साथ शुरू कर सकते हैं।
1. इंग्लिश बेसिक समझें
सबसे पहले बात करते हैं उन लोगों के लिए जिन्हें बिल्कुल ही इंग्लिश नहीं आती है, उन्हें चाहिए कि पहले वह छोटी कक्षा की कोई इंग्लिश किताब लेकर आए।
किताब के माध्यम से बेसिक इंग्लिश समझ लें, क्योंकि किसी भी भाषा को सीखने के लिए उसके बेसिक नियम का जानना जरूरी होता है, हर लैंग्वेज के कुछ बेसिक उसूल होते हैं, जैसे कि हमारे हिंदी भाषा में व्याकरण होते हैं, ऐसे ही इंग्लिश में टेंस और ग्रामर होते हैं।
इंग्लिश बोलना सीखने के लिए सबसे पहले आपको टेंस और ग्रामर का जानना जरूरी है, उसके मदद से हेल्पिंग वर्ब कब और कैसे इस्तेमाल होगा, यह समझ में आ जाएगा।
इंग्लिश ग्रामर और टेंस को समझना बहुत मुश्किल काम नहीं है, बल्कि चंद घंटों या कुछ दिनों की मेहनत से आप आसानी के साथ समझ जाएंगे की टेंस किसे कहते हैं। बेसिक ग्रामर और टेंस सीखने के बाद आपको इंग्लिश लिखना और पढ़ना आने लगेगा।
2. ईंग्लिश रीडिंग करें
बेसिक अंग्रेजी सीखने के बाद आपको चाहिए कि आप इंग्लिश पढ़ने की कोशिश करें, उसके लिए आप पांचवी से लेकर आठवीं कक्षा की इंग्लिश बुक को पढ़ सकते हैं।
इंग्लिश रीडिंग करने से आपको यह बात समझ में आएगी कि किस वर्ड को किसके बाद इस्तेमाल करना है, और जब बहुत ज्यादा आप रीडिंग करने लगेंगे तो वह सेंटेंस आपके माइंड में सेट होने लगेगा।
इसका एक फायदा यह होगा कि जब आप इंग्लिश बोलना चाहेंगे तो आपको यह बातें याद आएंगी, और फिर कुछ समय के बाद ऑटोमेटिक आपकी जबान पर इंग्लिश वर्ड आने लगेंगे।
जब आप रेगुलर इंग्लिश रीडिंग करेंगे तो आपके अंदर इंग्लिश सोचने और समझने की कैपेसिटी बढ़ जाती है, फिर आपके लिए इंग्लिश में कम्युनिकेशन करना आसान हो जाता है।
3. अंग्रेजी स्पीच या न्यूज़ सुनने से समझने का माद्दा बढ़ जाता है।
साथ ही साथ जब कोई इंग्लिश में बात करें तो उन्हें बात करते हुए सुने, आप चाहे तो इंग्लिश में स्पीच देने वाले लोगों के स्पीच भी सुन सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि आपको उनके बात करने का तरीका और अंदाज मालूम हो जाएगा।
जब भी आप किसी व्यक्ति को इंग्लिश बोलता हुआ सुने, या टेलीविजन पर किसी को इंग्लिश में स्पीच देते हुए सुने तो आप बहुत ही ध्यान लगाकर उनकी बातों को सुने और समझने की कोशिश करें।
इस दरमियान आप जब कोई इंग्लिश के नए वर्ल्ड सुने तो उसे सीखने और याद करने की भरपूर कोशिश करें, इंग्लिश वर्ड मीनिंग याद करने से आपकी इंग्लिश सुधरने में काफी मददगार साबित होगा।
4. खुद से इंग्लिश में बात करें
किसी भी भाषा को सीखने के लिए सबसे पहले आपको उस भाषा में बात करने की कोशिश करनी होगी। इंग्लिश बोलना सीखने के लिए भी आपको इंग्लिश में बात करना जरूरी है।
शुरू में आपको इंग्लिश में किसी से बात करने में झिझक और शर्मिंदगी महसूस होगी, अपने अंदर की शर्मिंदगी और झिझक को दूर करने के लिए आपको अपने आपसे इंग्लिश में बात करना होगा।
शायद आपको यह जानकर या सोच कर ताज्जुब होता होगा, और हंसी भी आती होगी कि कोई भला अपने आप से इंग्लिश में कैसे बात कर सकता है। आपको बताते चलें यदि आप आईने के सामने खड़ा होकर, आपको जो कुछ आता है अगर आप उसको इंग्लिश में बोलना शुरू करेंगे तो कुछ ही दिनों के बाद आपको एक हैरान कर देने वाला फायदा नजर आएगा।
अपने आप से अंग्रेजी में बात करने का एक फायदा यह भी होगा कि आपको यह बात समझ में आएगा कि अंग्रेजी में बात करते समय आपका हाव-भाव कैसा होना चाहिए।
5. इंग्लिश में सोचिए
कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें इंग्लिश आती है, यानी वह लिख भी लेते हैं और पढ़ भी लेते हैं, और बहुत हद तक इंग्लिश सुनकर समझ भी लेते हैं, इसके बावजूद वह इंग्लिश नहीं बोल पाते हैं।
इसकी असल वजह यह है कि वह लोग इंग्लिश में नहीं सोचते हैं, उनकी सबसे बड़ी परेशानी यह है कि अगर वह इंग्लिश में कुछ बोलना चाहे तो पहले वह अपने मातृभाषा में उस सेंटेंस को कन्वर्ट करते हैं, उसके बाद इंग्लिश बोलने की कोशिश करते हैं या चाहते हैं।
यदि आप अपने रोजमर्रा की चीजों को इंग्लिश में सोचने लगे, और चीजों को इंग्लिश में इमैजिनेशन करने लगे, तो इंग्लिश बोलना आपके लिए बहुत ही ज्यादा आसान हो जाएगा।
6. अंग्रेजी न्यूज़पेपर पढ़ें
अगर आप तेजी के साथ इंग्लिश बोलना सीखना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप अंग्रेजी न्यूज़पेपर जरूर पढ़ें। क्योंकि देश विदेश में आजकल जो कुछ चल रहा है वह खबर न्यूज़पेपर में जरूरछपता है।
शुरू शुरू में आपको इंग्लिश न्यूज़ पेपर पढ़ने में परेशानी होगी, यदि आप कम से कम डेली एक न्यूज़ ही पढ़ कर समझ लेंगे तो आप बहुत तेजी के साथ इंग्लिश बोलने और समझने लगेंगे।
एक महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी तक आपने जो कुछ सीखा है उसे लगातार नियमित तौर पर प्रैक्टिस करते रहें, नियमित प्रैक्टिस करने से अंग्रेजी भाषा बोलने और समझने में लाभदायक होगा। और अभी तक आपने जो कुछ सीखा है उसे लगातार अभ्यास करने से आप बहुत जल्द अंग्रेजी बोलना, पढ़ना और लिखना सीख जाएंगे।
निष्कर्ष
हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बहुत आसान तरीके से इंग्लिश बोलने के तरीके के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। हमने आपको बताया कि इंग्लिश बोलना सीखना क्यों हमारे लिए जरूरी है, और इंग्लिश बोलना सीखने के फायदे क्या क्या है।
हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल काफी पसंद आया होगा, और इस आर्टिकल के माध्यम से आप के नॉलेज में वृद्धि हुई होगी। इस आर्टिकल को सोशल मीडिया के जरिए अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, ताकि उन्हें भी यह सारी बातें मालूम हो जाए।