OTA, शब्द एक है लेकिन इसके फुल अनेक है। ज्यादातर लोग इसे आर्मी से जोड़ कर देखते है, जिसे ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी के नाम से जाना जाता है। वहीं कुछ लोग इसे मेडिकल के क्षेत्र से जोड़ते है, जिसे ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन बोला जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि CDS OTA क्या होता है और आप इसे कैसे ज्वाइन कर सकते है।
यदि आपके मन में भी अपने देश की सेवा करने की इच्छा है, तो आपको सीडीएस ओटीए में जरूर प्रवेश लेना चाहिए। योग्य कैंडिडेट को सेलेक्ट करके उन्हें यहां ट्रेनिंग दी जाती है और फिर उसके बाद उन्हें अपने अपने पद पर कार्य करने का मौका दिया जाता है। यहां हम आपको इसके एग्जाम पैटर्न से लेकर, प्रवेश की प्रक्रिया और साथ ही इसकी सैलरी के बारे में भी बताएंगे। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें और अपनी सारी शंका को दूर करें।
OTA का फुल फॉर्म क्या है?
OTA का फुल फॉर्म Officers Training Academy होता है, इसे हिंदी में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी कहा जाता है। यह भारतीय सेना के ऑफिसर को ट्रेनिंग देने वाली एक संस्था है, जहां एसएसबी द्वारा चुने गए अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें प्रवेश लेने के लिए पुरूषों और महिलाओं, दोनों का ही चयन होता है।
इस अकादमी में 49 हफ्ते का एक कोर्स होता है, जहां हर क्षेत्र के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है सिवाय मेडिकल छोड़ कर। कैंडिडेट को ट्रेनिंग पूरी करनी होती है, उसके बाद ही उन्हें ऑफिसर पद के लिए नियुक्त किया जाता है। भारत में OTA का दो सेंटर है, और दोनों ही जगह में काफी अच्छे से ट्रेनिंग करवाई जाती है।
OTA का क्या इतिहास है?
हमने आपको बताया कि हमारे देश में दो OTA सेंटर है, आखिर इनकी शुरूआत कब हुई और कैसे हुई, इनके बारे में भी थोड़ा जान लेते है।
ओटीए चेन्नई
हम सबने विश्व युद्ध के बारे में सुना है, जिसने कई गुना नुकसान किया था और पूरी दुनिया आग में जल रही थी। इसी दौरान भारत और राष्ट्रमंडल सेनाओं में अधिक मात्रा में कैंडिडेट की मांग होने लगी, जिसे पूरा करने के लिए 1942-45 के बीच लगभग 7 ऑफिसर ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना की गई थी। लेकिन, इन्हें युद्ध के बाद बंद भी कर दिया गया था, इसके बाद पुनः दो अकादमी की स्थापना की गई थी।
1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ था, इसके बाद भारत ने प्रभावी संचालन हेतु ऑफिसर की संख्या बढ़ाने के बारे में सोचा। इन्हीं विचारों के साथ आपातकालीन आयोग के ऑफिसर्स की ट्रेनिंग हेतु दो नए OTA का निर्माण किया गया, जिसका उद्घाटन 15 जनवरी, 1963 में किया गया था। हालांकि, पुणे अकादमी को 1964 में बंद भी कर दिया गया था।
आगे 2 फरवरी, 1965 में शॉर्ट सर्विस रेगुलर कमीशन के ऑफिसर ट्रेनिंग के लिए चेन्नई ओटीए को परमिशन मिल गई। आगे चल कर यही कमीशन शॉर्ट सर्विस कमीशन में बदल गया, पर इनकी ट्रेनिंग उसी स्कूल में जारी रही।
1985 में इन ट्रेनिंग एकेडमी को स्थायी का दर्जा दिया गया और फिर 1 जनवरी, 1988 को इसका अंतिम नामकरण OTA किया गया। सबसे पहले 25 महिलाओं के एक बैच की ट्रेनिंग 21 सितंबर, 1992 में शुरू की गई थी। इन्हें दो बटालियन में बांटा गया था, जिनका नाम रंजीत सिंह बटालियन और शिवाजी बटालियन था।
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ओटीए गया
इस अकादमी की स्थापना काफी देर से 2011 में हुई थी, जो पहाड़पुर एरिया में स्थित है। गया का इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस अकादमी से सटा हुआ है, यहां गया छावनी दूसरे विश्व युद्ध में लगाई गई थी, जिसे ब्रिटिश सेना के मुख्यालय में एक माना जाता है। इसके उद्घाटन में ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया गया था, और इसके स्थापना में विभिन्न धर्मों के पवित्र पुस्तकों से शास्त्रों का पाठ किया गया था।
सबसे पहले बैच के 149 कैंडिडेट ने जुलाई 2011 से लेकर जून 2012 तक ट्रेनिंग प्राप्त किया था। इसके बाद दूसरे बैच ने जनवरी 2012 से लेकर दिसंबर 2012 तक में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। इस एकेडमी में लगभग एक साथ 350 कैंडिडेट को ट्रेनिंग दिया जा सकता था।
2018 में लेफ्टिनेंट जनरल सुनील श्रीवास्तव ने कार्यभार संभाला था, जो वर्तमान में वीएसएम के कमांडेड है। हालांकि, सेवा में कमी होने के कारण दिसंबर, 2019 में रक्षा मंत्रालय ने इसे बंद करने की अनुमति दे दी।
ओटीए कैसे ज्वाइन कर सकते है?
OTA आप तीन तरीके से ज्वाइन कर सकते है, आपको इन तीनों में से किसी एक परीक्षा में उत्तीर्ण होना होता है। आइए, उन एग्जाम के बारे में विस्तार से वर्णन करते है।
1. CDS
यह परीक्षा सबसे पहली विकल्प होती है OTA में प्रवेश लेने के लिए, हर साल इसे दो बार आयोजित किया जाता है। जब आप CDS में पास कर जाते है, उसके बाद SSB द्वारा आपका इंटरव्यू लिया जाता है।
इंटरव्यू में पास करने लेने के बाद मेडिकल एग्जामिनेशन होता है, आपको इन तीनों में सफलता हासिल करनी होती है। इसके बाद ही अंतिम मेरिट लिस्ट में आपका नाम आता है और फिर OTA में एंट्री मिलती है।
2. JAG Entry Scheme
JAG, जिसका फुल फॉर्म Judge Advocate General होता है, यह स्कीम सिर्फ Law ग्रेजुएट वालों के लिए ही होता है।
इसे जरिए जाने वालों को CDS परीक्षा में भाग नहीं लेना होता है, उन्हें सीधे SSB इंटरव्यू के लिए ही बुला लिया जाता है। बाकी अन्य सारी प्रक्रिया सीडीएस की तरह ही होती है, इसके बाद ही मेरिट लिस्ट बनाया जाता है।
3. NCC Special Entry Scheme
जिन्होंने अपने कॉलेज में एनसीसी ज्वाइन किया होता है, उन्हें इसका C सर्टिफिकेट लेना होता है। जिनके पास NCC C सर्टिफिकेट होता है, उन्हें भी सीडीएस एग्जाम में भाग लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
इस सर्टिफिकेट से वो सीधे एसएसबी इंटरव्यू में भाग ले सकते है, उसमें पास होने के बाद मेडिकल एग्जाम होता है। अंत में मेरिट लिस्ट बनाई जाती है, जिसमें सभी चुने गए कैंडिडेट का नाम शामिल रहता है।
OTA ज्वाइन करने के लिए क्या योग्यता चाहिए?
अब आपको समझ में आ गया होगा कि आप किन तरीकों से ओटीए में प्रवेश ले सकते है। किंतु, उससे पहले आपका यह भी जानना आवश्यक है कि क्या आप इसके योग्य है। यदि आपको भी ओटीए में जाने की इच्छा है, तो इसकी योग्यता के बारे में अवश्य जान ले।
- कैंडिडेट का भारतीय नागरिक होना आवश्यक है और इसका प्रमाण पत्र भी होना चाहिए।
- एप्लीकेशन भरने के लिए आपकी उम्र 19 से 25 वर्ष होना चाहिए।
- कैंडिडेट का मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य रहना आवश्यक होता है।
- CDS में शामिल होने के लिए आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कोई भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए।
- यदि आप NCC के जरिए ओटीए में प्रवेश लेना चाहते है, तो आपके पास ‘C’ सर्टिफिकेट होना चाहिए और जिसमें 50% प्राप्त हो।
- इसके अतिरिक्त यदि आप JAG के जरिए एंट्री लेना चाहते है, तो आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से Law में स्नातक डिग्री लेनी होगी, जिसमें आपने 55% मार्क्स हासिल किया हो।
OTA का एग्जाम पैटर्न कैसा होता है?
किसी भी परीक्षा में शामिल होने से पहले उसके पैटर्न के बारे में पता कर लेना है एक सही कैंडिडेट की निशानी होती है। ओटीए का भी अपना एक एग्जाम पैटर्न होता है, उसके सिलेबस होते है, जिसके अनुसार आपको अपनी तैयारी करनी होती है। यहां हम आपको बताएंगे कि CDS के लिए परीक्षा पैटर्न क्या होता है।
- इस एग्जाम में आपको लिखित और इंटरव्यू दोनों ही देना होता है और दोनों के पास भी करना पड़ता है।
- लिखित एग्जाम में आपको दो पेपर देने होते है, जो English और General Awareness का पेपर रहता है।
- परीक्षा देने के लिए आपको दोनों पेपर के लिए अलग अलग दो घंटे का समय दिया जाता है और प्रत्येक पेपर 100 अंकों का होता है।
- CDS OTA की परीक्षा में बहुवैकाल्पिक प्रश्न होते है, इनके लिए चार विकल्प दिए जाते है।
- हर सही उत्तर के लिए अंक दिए जाते है और यदि आपने कोई उत्तर गलत कर दिया है तो उसके लिए 1/ 3 अंक काट लिए जाते है।
OTA में प्रवेश करने की प्रक्रिया कैसी होती है?
सिर्फ एग्जाम के बारे ने जान लेने से ही आपको चयन ओटीए में नहीं हो जाएगा। आपको इसके लिए क्या क्या करना होगा, इसकी पूरी प्रक्रिया क्या होती है, इसके बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
- आपको सबसे पहले ऑनलाइन CDS, NCC Special Entry या फिर JAG Entry Scheme के लिए अप्लाई करना होता है।
- ऑनलाइन एप्लीकेशन देने के बाद आपको CDS की लिखित परीक्षा में शामिल होना पड़ता है और बाकी दो परीक्षाओं के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं होती है।
- CDS में पास कर जाने के बाद , आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। NCC और JAG के जरिए जाने वाले कैंडिडेट की यहां सीधे बुलाया जाता है।
- इंटरव्यू में आपको Psychological Test, Group Tasks, Personal Interview, Conference, जैसे टास्क में शामिल होना होता है।
- SSB के इंटरव्यू में सफलता हासिल होने के बाद आपको अंत में मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए बुलाया जाता है।
- मेडिकल परीक्षण में आपके स्वास्थ्य की जांच की जाती है, इसमें सफल होने के बाद ही आपका अंतिम मेरिट लिस्ट में नाम दिया जाता है।
- जब आपका नाम मेरिट लिस्ट में आ जाता है, तो आपको OTA में प्रवेश के लिए कॉल लेटर दिया जाता है।
OTA की सैलरी कितनी होती है?
OTA के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बल में सेवा करने वाले उम्मीदवारों को अन्य बलों जैसे IMA, INA और AFA के कैंडिडेट के समान ही वेतन दिया जाता है। जिसकी जैसी रैंक होती है, उसी के अनुसार उन्हें सैलरी भी मिलती है। यदि लेफ्टिनेंट है, तो उन्हें ₹56100-177500 तक वेतन दिया जाता है। इसी प्रकार कप्तान, प्रमुख और लेफ्टिनेंट कर्नल को क्रमश: 61300-193900, 69400-207200 और 121200-212400 सैलरी दी जाती है।
OTA के अन्य फुल फॉर्म:
हमने आपको भारतीय सेना के OTA के बारे में बताया है, किंतु इसके कई अन्य फुल फॉर्म भी होते है जो विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए है। आइए, उन्हीं के बारे में जानते है विस्तार में।
Medical OTA- Occupational Therapy Assistant या Operation Theater Technician
Travel OTA- Online Travel Agency
Television OTA- Over The Air
Space Science OTA- Optical Telescope Assembly
Sports OTA- Organized Team Activities
इनके अतिरिक्त भी कई फुल फॉर्म होते है, जो आप धीरे धीरे आगे जीवन में समझ पाएंगे।
निष्कर्ष:-
दोस्तों, हम आशा करते है कि आपको आज के लेख के माध्यम से सारी जानकारी मिल गई होगी। आज हमने आपको बताया कि OTA का फुल फॉर्म क्या है और साथ ही इसे ज्वाइन करने की भी सारी डिटेल उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। इसी तरह से नॉलेज वाले पोस्ट पढ़ने के लिए हमसे जुड़ें रहे और अपने मित्रों के संग इन्हें साझा करें। हर दिन नए पोस्ट पढ़ते के लिए हमारे पेज के नोटिफिकेशन को ऑन कर दे।