Aloe Vera आप सबने देखा होगा, यह एक कांटेदार पौधा होता है, जिसका उपयोग कई सारे औषधि, ब्यूटी प्रोडक्ट, साबुन, शैंपू, इत्यादि में किया जाता है। इस पौधे को इसकी आयुर्वेदिक गुणों के लिए जाना जाता है। आज के समय में इसकी मांग काफी बढ़ चुकी है, जिससे इसे बेचने पर अच्छी कमाई भी हो जाती है।
हमारे देश में अब लोग इसकी खेती भी करते है और इन्हें बेच कर अच्छा मुनाफा कमाते है। यदि आप भी Aloe Vera का बिजनेस शुरू करना चाहते है, पर आपको इसकी कोई खास जानकारी नहीं है, तो आज के लेख के माध्यम से हम आपको सारी डिटेल देंगे। यहां आपको खेती करने से लेकर इसकी मार्केटिंग तक के बारे में बताया जाएगा, इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
Aloe Vera क्या होता है?
Aloe Vera एक आयुर्वेदिक पौधा है, जिसे घृत कुमारी या फिर ग्वारपाठा के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलग अलग प्रकार भी होते है, कुछ छोटे तो कुछ मोटे लंबे होते है। व्यायसायिक कारणों से लोग 3 से 4 फीट उच्चे वाले पौधों को उगाना पसंद करते है।
[इसके पत्ते भी 1 से 2 फीट तक लंबे, मोटे होते है और कभी कभी इनमें लाल फूल भी लगे रहते है। इन पत्तों के दोनों तरफ कांटे लगे रहते है, जो छोटे और तुरंत टूट जाने वाले होते है।
एलोवेरा के पत्ते पल्प से भरे होते है, जो स्वाद में कड़वे होते है। आधा इंच मोटाई और इनकी चौड़ाई करीब 3 से 4 इंच की होती है। इन पत्तों में जो पल्प भरा होता है, उसी का इस्तेमाल करके अन्य प्रोडक्ट बनाया जाता है।
Aloe Vera की मार्केट में कितनी डिमांड है?
सिर्फ एक एलोवेरा से हजारों चीज़ बनाई जाती है, तब आप समझ ही सकते है कि इसकी डिमांड कितनी अधिक हो सकती है। जितनी भी बड़ी बड़ी दवाई बनाने वाली कंपनियां होती है, उनके बीच ताजे एलोवेरा के पत्ते खरीदने की होड़ लगी रहती है।
कॉस्मेटिक बनाने वाली कंपनी, साबुन, शैंपू, फेसवॉश, वाशिंग सोप, इत्यादि का उत्पादन करने वाले भी इनकी खरीददारी करते है। हर दिन सिर्फ एक एरिया से हजारों की मात्रा में इनकी बिक्री होती है।
चाहे आयुर्वेदिक दवा बनानी हो या फिर होम्योपैथी मेडिसिन या हो एलोपैथी दवाई का निर्माण, एलोवेरा की मांग हर तरफ होती है। कुछ लोग एलोवेरा का जूस भी बना कर पीते है, इससे शरीर अंदर से साफ होता है और कई बीमारियों से बचाता भी है। इसके बिजनेस से आपको सिर्फ लाभ ही लाभ होगा।
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Aloe Vera इस्तेमाल करने के कितने फायदे है?
एलोवेरा की कितनी डिमांड है, यह तो आपने देख लिए। लेकिन इसकी डिमांड इतनी है क्यों, इस बारे में आपको तभी पता चलेगा, जब आप इसके फायदों के बारे में जानेंगे।
- एलोवेरा से बनी औषधि लीवर, आंख, किडनी, पित, सांस, इत्यादि से संबंधित बीमारियों को ठीक करने में मददगार होती है।
- एलोवेरा का जूस पीने से पाचन तंत्र सही काम करती है और आपको उल्टी, पेट दर्द, कब्ज, इत्यादि की समस्या से छुटकारा मिलता है।
- एलोवेरा से स्किन के लिए क्रीम या जेल भी बनाए जाते है, जिससे पिंपल, एक्ने ठीक होते है और साथ ही चेहरे में चमक आती है व इससे त्वचा मुलायम भी बनती है।
- कुछ बड़ी कंपनियां एलोवेरा के साथ अन्य औषधि मिला कर जूस तैयार करती है, जिनसे इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत बनती है।
- एलोवेरा से फेसवॉश भी बनाए जाते है, जिससे आपके फेस पर कोई भी दाग धब्बे नहीं रहते है और अन्य दिक्कतों को भी यह दूर रखता है।
- यदि आप कच्चे एलोवेरा को खाते है या फिर उबाल कर पीते है, तो इससे आपको कभी भी किसी प्रकार की शारीरिक समस्या नहीं होगी।
Aloe Vera का बिजनेस शुरू करने में कितने लागत की आवश्यकता पड़ती है?
एलोवेरा का बिजनेस करने के लिए आपको इसकी खेती करनी पड़ती है। एक पौधे की खेती करने के लिए आपको कम से कम 10,000 से लेकर 20,000 तक की आवश्यकता पड़ सकती है।
एलोवेरा की ब्रीड या बीज, खेती के लिए खाद, उसे बेचने के लिए शॉप और साथ ही स्टाफ की सैलरी के लिए आपको लगभग 50,000 रूपए अपने पास रखने होंगे। यदि आप बड़े स्तर पर इसका बिजनेस करना चाहते है, तो आप 1 लाख की पूंजी के साथ इसकी शुरूआत कर सकते है।
Aloe Vera का बिजनेस कैसे शुरू करें? जाने हर स्टेप
एलोवेरा की डिमांड और इसके फायदे जान कर, हर कोई इसका बिजनेस करना चाहते है। पर जानकारी के अभाव में कुछ लोग अपने मन की नहीं कर पाते है। आइए, आपको वह सारी जानकारी देते है, जिनकी मदद से आप एलोवेरा बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते है।
1. खेती के लिए ट्रेनिंग ले
एलोवेरा उगाना आसान है, पर इसकी उपज अच्छी हो और इसके पत्ते पल्प से भरपूर होने चाहिए तभी आप अधिक कमाई कर पाएंगे। बेहतर होगा यदि आप सबसे पहले एलोवेरा उगाने के लिए ट्रेनिंग कर ले, जिससे आपको सारी जानकारी प्राप्त हो कि कब और कैसे इसे उगाना है।
2. बिक्री के लिए जगह का चुनाव करें
एलोवेरा बेचने के लिए आपको एक जगह पहले ही निश्चित कर लेनी होगी ताकि कटाई के बाद आपको इधर उधर भटकना ना पड़ें। बिक्री की जगह ऐसी होनी चाहिए, जहां आस पास अन्य पौधों की भी बिक्री होती हो ताकि आपसे खरीददारी करने में लोगों को अधिक ढूंढना ना पड़ें।
3. जरूरी दस्तावेज़ बनवाएं
अपने बिजनेस को लीगल तरीके से करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज बनवाने होते है। ट्रेड लाइसेंस, FSSAI लाइसेंस, बिजनेस रजिस्ट्रेशन, ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन, GST नंबर, बिजनेस बैंक अकाउंट, इत्यादि बनवा ले। इनकी मदद से आप अपने व्यवसाय में अच्छे से बिक्री कर पाएंगे और बिना डर के सारे कार्य कर पाएंगे।
4. स्टाफ की नियुक्ति करें
यदि आपको अपने बिजनेस में कोई कमी नहीं चाहिए, तो आपको कुछ स्टाफ भी हायर करने चाहिए। स्टाफ रहने से आपको खेती में भी मदद मिलेगी, उन्हें रोपने से लेकर उनकी कटाई तक में वो लोग आपका साथ दे सकते है।
इसके अतिरिक्त, शॉप में बिक्री करने, उसके हिसाब में भी आपको स्टाफ की आवश्यकता पड़ सकती है।
5. ग्राहकों से पहले ही संपर्क करें
खेती करते समय ही अपने ग्राहकों का चयन कर ले और फिर एक एक करके सबसे मिल भी ले। आपको जिसके भी साथ डील करना उचित लगेगा, उसी ही कटाई के बाद अपने एलोवेरा बेचें।
कटाई के बाद उनकी बिक्री करने में दिक्कत हो सकती है, उनके सूखने का डर रहता है। इसलिए, अधिकांश लोग कंपनियों से बल्क में बेचने के लिए पहले ही बात कर लेते है।
6. स्टोर के लिए रखें उचित व्यवस्था
जरूरी नहीं है कि जिस दिन आपने एलोवेरा को काटा, उसी दिन सबकी बिक्री भी हो जाएं। उन्हें स्टोर करने के लिए अच्छी व्यवस्था भी रखें। आप कोल्ड स्टोरेज का इस्तेमाल कर सकते है या फिर हो सकें तो पौधों को गमले में लगा कर रखें और सीधे उन्हें गमले सहित बेच दें।
7. मार्केटिंग करें
जैसे जैसे आपका स्तर बढ़ेगा, आप अपने शहर के अलावा दूसरे जगह को भी टारगेट कर सकते है। इसके लिए मार्केटिंग करना जरूरी होता है। आप ऑनलाइन ऐड चलवा सकते है या फिर ऑफलाइन न्यूजपेपर के जरिए पैंपलेट बांट सकते है। दोनों ही तरीकों से मार्केट में अपनी पहचान बनाएं और हर व्यक्ति तक अपनी बात पहुंचाएं।
Aloe Vera की खेती कैसे की जाती है?
आप एलोवेरा की खेती करने के लिए ट्रेनिंग जरूर लें, पर इसके अतिरिक्त आपको कुछ बातें जान लेना भी आवश्यक है। खेती करने के लिए आपको भूमि की अच्छे से सफाई कर लेनी होगी, झाड़ियों, जंगली पौधों को हटा लेना चाहिए।
इसके बाद भूमि में जैविक खाद का इस्तेमाल करें, उपज अधिक होगी। जितनी बड़ी भूमि, उतने अधिक खाद की आवश्यकता पड़ेगी। खाद के साथ इसकी जुटाई भी अच्छे से कर ले। अब जानते है कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे में।
1. एलोवेरा खेती के लिए उचित जलवायु
यूं तो एलोवेरा को आप किसी भी जगह उगा सकते है, पर आपको बिजनेस के लिए एक अच्छे जलवायु का ध्यान रखना होगा।
इसकी खेती के लिए शुष्क जलवायु उचित रहता है, मतलब आप इसके लिए 20-25° तापमान का होना आवश्यक है। इसके अलावा कहीं भी उगा लेने से, इसके पत्ते उतने मोटे नहीं होंगे, जिसकी मांग मार्केट में होती है।
2. अनुकूल जमीन और मिट्टी का चुनाव
एलोवेरा को लगाने के लिए किसी भी प्रकार की जमीन उपयुक्त होती है, लेकिन यह भूमि ऊंचे स्थल पर होना चाहिए। ऊंचे स्थान से पानी जमने का डर नहीं रहता है और पौधे अच्छे से बढ़ते है। बेहतर होगा यदि भूमि की मिट्टी रेतीली हो, इसके अलावा काली या दोमट मिट्टी भी उपयुक्त मानी जाती है। जमीन में ना तो नमी होनी चाहिए और ना ही पानी की अधिक होनी चाहिए।
3. अच्छे ब्रीड या बीजों की खरीददारी करें
जमीन की अच्छी से परख कर लेने के बाद, इसके अच्छे ब्रीड का चुनाव करें और बीजों की खरीददारी करें। एक अच्छी प्रजाति को चुनने से आपको इसके पौधों से अच्छा प्रॉफिट मिलेगा।
जिनकी मांग मार्केट में अधिक होती है, उन्हें ही अधिक महत्व दे। उचित होगा यदि आप IEC 111269 या IEC 111271 ब्रीड को सेलेक्ट करें, इनके पौधे तेज़ी से बढ़ते है और इनके खराब होने का भी खतरा कम रहता है।
एलोवेरा के बीज नहीं,आपको इसके गांठों को खरीदना होता है। इसके लिए कृषि विभाग या फिर कृषि महाविद्यालय से संपर्क कर सकते है और अपनी खेती शुरू कर सकते है।
4. खेतों में गांठे या बीज लगाएं
खरीददारी के बाद अपने तैयार किए हुए भूमि पर गांठों को रोप दे। आपकी भूमि में जैविक खाद होने चाहिए और जमीन जितनी अधिक सूखी होगी, उपज उतनी ही अच्छी होगी। कभी भी बारिश के मौसम में इसे ना रोपें, अन्यथा उगने के बजाय यह सड़ सकते है।
5. पानी, खाद का रखें ध्यान
कभी भी एलोवेरा की खेती में पानी ना जमने दे, यदि आपने ढेर सारे गमलों में इन्हें लगाया है, तो इसकी बीच बीच में जांच करते रहें।
इसके पौधे 10-12 महीने में अच्छे से तैयार हो जाते है, इसलिए एक महीने के अंतराल में इनमें खाद अवश्य दे।
6. कीटनाशक से करें बचाव
आपके एलोवेरा में कीड़े लग सकते है, इसका आपको ध्यान रखना होगा। अपने खेतों में पैदा होने वाले खरपतवार को निकालते रहें और समय समय पर इनके जड़ों पर मिट्टी भी चढ़ाते रहें।
इसके पत्तों में फफूंद भी लग सकते है, उनसे बचने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करें। अपने खेतों से बारिश का पानी निकलने का रास्ता बना कर रखें ताकि पौधें सुरक्षित रहें
7. कटाई के समय रखें ध्यान
एलोवेरा की कटाई लगभग साल भर बाद ही की जाती है, पर इस बात पर अपनी नज़र रखें कि कहीं यह बढ़ कर सूखने तो नहीं लगें। कटाई करते वक्त कभी भी जड़ से ना उखाड़े, इनके जड़ से ही दोबारा पौधे लगते है।
नए पत्तों की कटाई ना करें, हर डेढ़ महीने में पत्ते अच्छे से तैयार हो जाते है। एक बार लगाएं गए पौधों से आप 4-5 वर्षों तक मुनाफा कमा सकते है।
Aloe Vera के बिजनेस से कितना मुनाफा होता है?
आप यकीन नहीं करेंगे,एलोवेरा के बिजनेस से आपको लाखों तक भी मुनाफा हो सकता है। इनके उपयोग से बने प्रोडक्ट की कीमत अच्छी खासी होती है, तो आप समझ सकते है इनकी कीमत कितनी होनी चाहिए।
चाहे आप काट कर पैक करके बेचें या फिर सीधे गमलों के साथ, दोनों ही मामलों में आपको लागत से तीन गुणा प्रॉफिट होता है। यदि आपने 10,000 से इसकी खेती की है, तो आपको 30,000 से लेकर 50,000 तक का लाभ हो सकता है।
एक छोटे से बीज से एक अच्छा बड़ा पौधा तैयार होता है। एक पौधे से लगभग 2-3 kg तक के पल्प मिल सकते है, जिनकी कीमत भी उचित होती है। अंत में मुनाफा आपको तभी हो सकता है, अगर पौधे की उपज अच्छी हुई हो।
निष्कर्ष
एलोवेरा का आपने अब तक उपयोग ही किया होगा, पर अब आप इसकी खेती भी कर सकते है। इन्हें बेच कर कई लोग हर महीने लाखों में कमाते है, इनकी मांग कई गुना बढ़ी हुई है। इसका इस्तेमाल हर सेक्टर में किया जाता है, चाहे मेडिसिन हो, ब्यूटी प्रोडक्ट, खाद्य पदार्थ या अन्य कोई डेली यूज होने वाली वस्तु।
उम्मीद करते है आपको आज के लेख से Aloe Vera का बिजनेस करने के बारे में समझ आया होगा। यदि आप बिजनेस से जुड़े पोस्ट पढ़ना चाहते है, तो हमारे साथ यूं ही जुड़े रहें।